रेणुग्राम(अररिया) : रेल विभाग की उदासीनता के कारण पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के कटिहार रेल मंडल अंतर्गत कटिहार-जोगबनी रेल खंड के सिमराहा रेलवे स्टेशन अपनी पहचान खोता जा रहा है।
नेपाल की सीमावर्ती क्षेत्रों में अवस्थित सिमराहा स्टेशन पर सुविधाओं का घोर अभाव है। न शौचालय की व्यवस्था है और न ही कुर्सी का समुचित प्रबंध है और तो और पीने के पानी का भी समुचित प्रबंध नहीं है। स्टेशन पर एक छोर पर चापाकल है तो दूसरी छोर पर नदारत है चापाकल खराब पड़ा है। स्टेशन परिसर पर घड़ी का न त होने से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। सिमराहा वासियों का कहना है कि क्रासिंग के समय विभिन्न ट्रेनों को 2 नंबर ट्रेक पर लिया जाता है जहां प्लेटफार्म एवं जाने-आने की सुविधा नहीं रहने के कारण आम यात्रियों को दुर्घटना का भय सताता रहता है। प्लेटफार्म पर कुर्सियों के अभाव में आम यात्रियों को नीचे बैठना पड़ता है। स्टेशन पर पूछताछ केन्द्र नहीं रहने के कारण यात्रियों को दूरभाष पर ट्रेनों की स्थिति का पता नहीं चल पाता है। और न चाह कर भी घंटो स्टेशन पर ट्रेन के इंतजार में बिताना पड़ता है। स्टेशन पर शुद्ध पेयजल, बिजली, विश्रामगृह आदि यहां की प्रमुख समस्याएं है। इस स्टेशन पर यात्रियों को ठहरने अथवा रहने के लिए कोई विश्रामगृह नहीं है। जिससे यात्रियों को काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है।
0 comments:
Post a Comment