Araria

Tuesday, December 21, 2010

बटराहा गांव में शोक व गम का मंजर

रेणुग्राम(अररिया) : सोमवार की सुबह कुर्साकांटा प्रखंड के बटराहा गांव निवासी हुसैनी के परिवार पर कहर बन कर उतरा। जहां एसएसबी एवं ग्रामीणों की झड़प में बेकसूर हुसैनी के दो पुत्र जबीर उर्फ भोला एवं शाहनवाज तथा उनकी पतोहू फरहतजहां एसएसबी द्वारा गोलीबारी में सदा के लिए मौत की गोद में सो गया।
वहीं उनके एक पुत्र सगीर को भी हाथ में गोली और घायल अवस्था में हास्पिटल में इलाजरत है। घटना से जहां गांव सहित पूरे इलाके में सन्नाटा पसरा है। वहीं मृतक के बुढ़ी मां फरहतून निशां का हाल रोते-रोते बेहाल है। लोगों को देखते ही वे फट पड़ती है कहती है क्या दोष था मेरे बेटे एवं पतोहू का जिसे दुश्मनों ने हमसे जुदा कर दिया।
बुढ़ी मां फरहतून निशां कहती है कि मेरा पुरा परिवार ही उजड़ गया। वे कहती है कि हाल ही में कर्ज लेकर दो लाख रुपये जमा किया था। उनके बेटे ने कम्प्यूटर खरीदा था। वे कहती है कि सब समान पड़लै छै आब कि हैतैय..। कहकर छाती पीटकर रोने लगती है। वहीं इस करूण दृश्य देख सबका कलेजा दहल उठता है।

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