Araria

Friday, December 17, 2010

प्रशासनिक ढिलाई पर जमकर बरसी शगुफ्ता

अररिया, संसू: जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के शासी निकाय की बैठक जिप अध्यक्ष सह डीआरडीए अध्यक्ष शगुफ्ता अजीम की अध्यक्षता में गुरूवार को अभिकरण के सभा भवन में आयोजित की गयी। आठ विषयों पर बुलाई गयी शासी निकाय की बैठक कुछ मुद्दों पर चर्चा करने के उपरांत सदस्यों की मांग पर बैठक स्थगित कर दी गयी। अब यह बैठक एक सप्ताह के भीतर 20 दिसंबर के बाद बुलाई जायेगी।
बैठक के स्थगन से पूर्व कनीय अभियंता विनोद पासवान पर तीन दिनों के अंदर प्राथमिकी दर्ज करने का निर्णय लिया गया। इस निर्णय के अनुपालन की जिम्मेवारी डीआरडीए के निदेशक जफर रकीब को सौंपी गयी।
मौके पर डीआरडीए अध्यक्ष शगुफ्ता अजीम ने कहा कि सात वर्षो से अभियंता पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया जा रहा है। परंतु डीआरडीए के अधिकारी गण कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सिकटी व कुर्साकांटा प्रखंड मुख्यालय में एसजीएसवाई आधारभूत संरचना मद से बेसिक ओरियन्टल प्रशिक्षण भवन का निर्माण कार्य पूर्ण होने से पहले ही ढांचा ध्वस्त हो गया।
उन्होंने कहा कि तेरह माह पूर्व शासी निकाय की बैठक में इंजीनियर विनोद पासवान पर कार्रवाई करने का निर्णय लिया गया, पर निष्कर्ष शून्य है। श्रीमती अजीम ने बड़े ही तल्ख तेवर में कहा कि डीडीसी अपनी जिम्मेवारी नहीं निभा रहे हैं। सिर्फ खानापूर्ति कर डीआरडीए अधिकारी व कर्मी को बचा रहे हैं। सिकटी के विधायक आनंदी यादव ने भी इस बात का समर्थन करते हुए कहा कि प्रशासन इस ओर विफल साबित हो रहा है। बैंकों द्वारा किसान क्लब की सूची अब तक नहीं देने, इंदिरा आवास वितरण सूची सदस्यों को उपलब्ध नहीं कराने तथा बाढ़ प्रभावित प्रखंडों में वित्तीय वर्ष 2008-09 में बांटे गये ऋण की रिपोर्ट नहीं देने पर डीआरडीए व बैंक अधिकारियों की जमकर खिंचाई की गयी। इसके अलावा अन्य मुद्दों पर चर्चा करने के साथ बैठक स्थगित की घोषणा कर दी गयी। इस मौके पर डीआरडीए निदेशक जफर रकीब, विधायक आनंदी यादव, परमानंद ऋषिदेव, सरफराज आलम, देवयंती देवी, सांसद प्रतिनिधि संजय मिश्र, एमएलसी राजेन्द्र गुप्ता के प्रतिनिधि ओम प्रकाश चौधरी, फारबिसगंज प्रमुख अशोक विश्वास, प्रभारी एलडीएम मो. अशफाक समेत कई अधिकारी उपस्थित थे।

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