Araria

Tuesday, December 21, 2010

बटराहा कांड: दोनों ओर से पांच प्राथमिकी दर्ज

अररिया/कुर्साकाटा निसं: भारत नेपाल सीमा पर अवस्थित बटराहा में एसएसबी जवानों द्वारा ग्रामीणों पर की गयी गोलीबारी के बाद दोनों ओर से पांच प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है। दो प्राथमिकी ग्रामीणों की ओर से जवानों के विरूद्ध तो तीन अलग अलग प्राथमिकी एसएसबी ने ग्रामीणों के विरूद्ध किया गया है। पहली प्राथमिकी मृतका फरहत जहां के पति घायल शगीर के बयान पर सात जवानों के विरूद्ध करायी गयी है। जिसमें कहा गया है कि आक्रोशित जवान आक्रोशित होकर उनके घर घुस आये और चाय बना रही उनकी पत्‍‌नी के गले में गोले मार दी। इसके बाद बीच बचाव के लिए दौड़े उनके दो भाईयों को गोली मार दी। उनके परिवार के सदस्यों को गोली मारने के बाद सड़क से गुजर रहे मो. कुर्बान को गोली मारकर मौत की नींद सूला दिया। गोली फायरिंग की आवाज सुनकर दौड़कर आ रहे ग्रामीणों पर अंधाधूंध फायरिंग की गयी। इस फायरिंग में पांच ग्रामीणों को गोली लगी जिससे वह गंभीर रूप से जख्मी हो गया। दूसरी प्राथमिकी छेड़खानी का शिकार हुई अफरोजा खातून के बयान पर की गयी है। पीड़ित अफरोजा ने अपने बयान में कहा है कि देर रात जब वह अपने घर में सोयी हुई थी उसी समय दो जवान उनके घर में घूस आये और उनके साथ जबरन दुष्कर्म का प्रयास किया गया। लेकिन उनके पति एवं आसपास के लोगों के वहां जुट जाने से दोनों जवान फरार हो गये। तीसरी प्राथमिकी कैंप के एसआई रामचंद्र दास ने दर्जनों ग्रामीणों के विरूद्ध कराया है। एसआई श्री ने अपने बयान में कहा है कि सुबह सात बजे जब वह अपने कैंप में मौजूद थे तो उसी समय दो दर्जन से अधिक ग्रामीण वहां जा धमके और गाली गलौज करते हुए कैंप में तोड़फोड़ मचाने लगे। इसी बीच ग्रामीणों ने उनके कैंप में आग भी लगा दिया। जिससे उनके जवानों के तंबु जलकर नष्ट हो गया। चौथी प्राथमिकी बंधक बनाये गये जवान पंकज पांडेय के बयान पर दर्ज करायी है। इस प्राथमिकी में बंधक बनाये गये जवान ने अपने बयान में कहा है कि वह अपने एक अन्य साथी को लेकर जब बटराहा कैंप हालचाल लेने जा रहा था उसी समय सैकड़ों की संख्या में उक्त ग्रामीणों ने उसे बंधक बना लिया और मारपीट कर उन लोगों के हथियार छीन लिये। पांचवी प्राथमिकी एसएसबी जवान नवलेश कुमार के बयान पर दर्ज करायी गयी है। इस प्राथमिकी में पीड़ित जवान ने अपने बयान में कहा है कि वे अपने सहयोगियों के साथ कैंप के पास थे उसी समय कई ग्रामीण लाठी, डंडा से लैश होकर उन लोगों के साथ मारपीट करने लगा। किसी तरह वे लोग जान बचाकर वहां से भागे।

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