बसैटी(अररिया),संसू.: रानीगंज प्रखंड के एक तिहाई पंचायत आजादी के छह दशक बाद भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। गांव के लोगों को बल्ब की रोशनी व तपती गर्मी में पंखे की हवा नसीब नहीं है। वहीं पंगडंडियों व गड्ढेनुमा सड़कों पर चलना ग्रामीणों की नियति बन गयी है। अगर गांव में कोई बीमार पड़ जाए तो भगवान ही मालिक है। नीम हकीम खतरे जान की तर्ज पर इलाज कराने के पश्चात ग्रामीणों को बेहतर चिकित्सा के लिए 15-30 किलोमीटर की दूरी तय कर अररिया व रानीगंज आना पड़ता है। जनप्रतिनिधियों ने वोट के समय लंबे-चौड़े सुनहले सपने दिखा कर वोट तो ले लेते है, लेकिन जीत के बाद गांव में झांकी मारना भी मुनासिब नहीं समझते।
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