रानीगंज (अररिया) : मिट जाने वाली वस्तुओं की ओर मनुष्य भागता है पर जो अमिट है उसके पास जाने का प्रयास नहीं करता। मन एकाग्र नहीं होगा तो न बाहर का सत्संग होगा न अंदर का। ये बातें संतमत के अंतर्राष्ट्रीय प्रवक्ता स्वामी सत्यानंद जी महाराज रविवार को रानीगंज में आयोजित दो दिवसीय सत्संग के दौरान कही।
कई शिष्यों के साथ हरिद्वार से पधारे स्वामी सत्यानन्द ने ईश्वर की भक्ति के संबंध में कहा कि भक्ति से सब कुछ प्राप्त होता है। प्रवचन के दौरान उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि वाणी, दृष्टि, नाशिका आदि परमात्मा ने जीवन जीने के लिए दिये हैं इनका दुरुपयोग नहीं करना चाहिए।
इससे पहले हसनपुर पंचायत के उप मुखिया सदानंद मंडल ने सभी संतों का स्वागत कर अभिनंदन पत्र समर्पित किया। रानीगंज सत्संग मंदिर के निकट हो रहे इस
कार्यक्रम में कई कई मील दूर विभिन्न गांवों से श्रद्धालु पहुंचे हैं। कार्यक्रम स्थल पर संतमत का दीक्षा लेने वाले श्रद्धालुओं की भी संख्या काफी दिखी जिनमें महिलाओं की संख्या अधिक थी। मंच पर स्वामी सत्यानंद जी महाराज के साथ प्रसादी बाबा, सत्यनारायण बाबा, उमानंद बाबा, डा. रणवीर सिंह, गिरानंद मंडल, दिनेश प्रधान, डा. गुणानंद साह आदि उपस्थित थे।
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