Araria

Wednesday, May 18, 2011

चचरी! अब भी तेरा ही सहारा


जोकीहाट (अररिया), : प्रखंड क्षेत्र में विकास की बातें अब भी कोसों दूर है। बागनगर एवं चिल्हनियां पंचायत के हजारों लोगों को प्रखंड कार्यालय पहुंचने के लिए पंद्रह किलोमीटर की दूरी को परमान नदी में पुल नहीं होने के कारण 40-45 किमी की दूरी तय कर प्रखंड मुख्यालय जोकीहाट पहुंचना पड़ता है। परमान नदी में मसुरिया एवं खाता घाट में यूं तो बरसात में यातायात पूरी रह बाधित रहता है लेकिन सुखाड़ के दिनों में भी चचरी पुल ही वर्षो से आवागमन का सहारा है। नदी के दोनों किनारों पर प्रधानमंत्री सड़कें बनने को लगभग दो वर्षो से अधिक बीत चुके हैं लेकिन अबतक यहां पुल नहीं बना है। मोंगरा घाट पर भी यही स्थिति बनी हुई है। ग्रामीणों का कहना है कि नीतीश कुमार के शासन काल में कई छोटे जगहों पर पुल-पुलिए बने हैं लेकिन आज भी जोकीहाट का खाता घाट मोंगरा घाट, मसुरिया घाट पर परमान नदी में पुल नही बनना विकास का पोल खोल रहा है। वर्षो से चचरी पुल ही यहां के लोगों के आवागमन का सहारा है। ग्रामीणों के बीच लगातार यही प्रश्न उठता है कि आखिर कब यहां पुल बनेगा।

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