Araria

Friday, December 9, 2011

भाई! कोई तो फेना गांव की सुधि लेना


बथनाहा (अररिया) : आजादी के 64 वर्ष बीत जाने के बावजूद बथनाहा पंचायत का फेना ग्राम विकास की रोशनी से अबतक अछूता है। एक ओर जहां शिक्षा एवं बिजली की समस्या है वहीं दूसरी ओर सीता धार पर एक अदद पुल की कमी के कारण ग्राम वासियों को साल में नौ महीना तक निकट के बथनाहा बाजार आने के लिए बगल के सहवाजपुर पंचायत या फिर भंगही पंचायत होकर करीब 5-6 किमी दूरी तयकर के आना पड़ता है या फिर पानी कम रहने के बाद नदी से हेलकर पार करना पड़ता है। ऐसे में यदि बरसात के मौसम में किसी गर्भवती महिला के साथ कोई समस्या या बीमारी हो जाय तो उसका तुरंत इलाज करा पाना संभव नहीं।
गांव के सदानंद साह, दयानंद साह, रामदेव मंडल आदि दर्जनों ग्रामीणों ने बताया कि आज तक सभी जनप्रतिनिधियों ने हमें ठगने का काम किया है। एक पुल की गुहार लगाते-लगाते हम लोग थक चुके हैं। इसके लिए सुकदेव पासवान, प्रदीप सिंह, जाकिर अनवर आदि लोगों ने हमें आश्वासन दिया मगर अपना वादा किसी ने भी पूरा नही किया। अब वर्तमान विधायक पर निगाह टिकी हुयी है।
ग्रामीणों ने बताया कि पहले इस धार के उपर कोशी सिंचाई परियोजना के द्वारा एक भी.सी (कैनाल) का निर्माण कराया गया है। जिससे आसपास के सैकड़ों एकड़ खेत में सिंचाई की सुविधा तो मिलती ही थी साथ हीं हम ग्रामीण भी इसी भी.सी के सहारे गांव से बाजार अस्पताल एवं एक किमी की दूरी पर स्थित थाना आया जाया करते थे। मगर 1987 में आयी बाढ़ के इस भीसी को भी ध्वस्त कर दिया और तब से अबतक इसके निर्माण की भी कोई सुधि कोशी परियोजना द्वारा नहीं ली गयी। जिस कारण खेतों को मिलने वाला पानी तो बंद है ही साथ ही किमी की दूरी तय करने के लिए हमलोगों को 5-6 किमी चलना पड़ता है।

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