जोकीहाट (अररिया) : प्रसिद्ध संत तुकाराम के गाथा मंदिर की तर्ज पर प्रखंड के हरदार जहानपुर गांव में संत मेही गाथा मंदिर सह अस्पताल का शिलान्यास शुक्रवार को हरिनंदन बाबा ने किया। शिलान्यास समारोह में भक्तों की भीड़ को संबोधित करते हुए हरिनंदन बाबा ने कहा कि भगवत शरण में जाने का सबसे बड़ा माध्यम गुरु है। गुरु कृपा से ही मानव मोक्ष की प्राप्ति कर सकता है। समारोह को संबोधित करते हुए गंगाधर बाबा, चतुरानंद बाबा, रमेश बाबा सहित अन्य गुरुओं ने कहा कि भक्ति के सागर में गोता लगाकर ईश्वरीय महत्ता का रसास्वादन कर सकते हैं। सभी गुरुओं ने समवेत स्वर में गुरुओं की महत्व पर प्रकाश डाला। गुरुओं ने मंदिर व हस्पीटल के निर्माण समिति के अध्यक्ष सदानंद मंडल के प्रयास की सराहना की। इससे पूर्व भजन कीर्तन, ईश स्तुति, ग्रंथ पाठ सहित अन्य भक्ति कार्य किये गये। मौके पर सांसद प्रदीप सिंह, विधायक सरफराज आलम, अधिवक्ता महेश्वर शर्मा, देवानंद मंडल, रफीक आलम, जगदीश झा गुड्डू आदि उपस्थित थे। समारोह में दभड़ा, ललुवाबाड़ी, बढौली, दौलतपुर, हरदार, जहानपुर, बैरगाछी, बलिया, चिकनी आदि गांव के श्रद्धालुगण उपस्थित थे।
Araria
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Sunday, March 18, 2012
भगवान तक पहुंचने के लिए गुरु का माध्यम जरूरी: हरिनंदन बाबा
जोकीहाट (अररिया) : प्रसिद्ध संत तुकाराम के गाथा मंदिर की तर्ज पर प्रखंड के हरदार जहानपुर गांव में संत मेही गाथा मंदिर सह अस्पताल का शिलान्यास शुक्रवार को हरिनंदन बाबा ने किया। शिलान्यास समारोह में भक्तों की भीड़ को संबोधित करते हुए हरिनंदन बाबा ने कहा कि भगवत शरण में जाने का सबसे बड़ा माध्यम गुरु है। गुरु कृपा से ही मानव मोक्ष की प्राप्ति कर सकता है। समारोह को संबोधित करते हुए गंगाधर बाबा, चतुरानंद बाबा, रमेश बाबा सहित अन्य गुरुओं ने कहा कि भक्ति के सागर में गोता लगाकर ईश्वरीय महत्ता का रसास्वादन कर सकते हैं। सभी गुरुओं ने समवेत स्वर में गुरुओं की महत्व पर प्रकाश डाला। गुरुओं ने मंदिर व हस्पीटल के निर्माण समिति के अध्यक्ष सदानंद मंडल के प्रयास की सराहना की। इससे पूर्व भजन कीर्तन, ईश स्तुति, ग्रंथ पाठ सहित अन्य भक्ति कार्य किये गये। मौके पर सांसद प्रदीप सिंह, विधायक सरफराज आलम, अधिवक्ता महेश्वर शर्मा, देवानंद मंडल, रफीक आलम, जगदीश झा गुड्डू आदि उपस्थित थे। समारोह में दभड़ा, ललुवाबाड़ी, बढौली, दौलतपुर, हरदार, जहानपुर, बैरगाछी, बलिया, चिकनी आदि गांव के श्रद्धालुगण उपस्थित थे।
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