Araria

Tuesday, May 29, 2012

एक दर्जन अपहरण कांडों का वांछित है पप्पू


अररिया : कहलगांव एवं साहेबगंज से दो छात्रों का अपहरण कर नेपाल भागने के क्रम में अररिया में पकड़ा गया पप्पू एक दर्जन से अधिक अपहरण और हत्याकांडों का वांछित अपराधी है। यह खुलासा सोमवार को पप्पू यादव एवं उनके गिरोह के दो अन्य सदस्य विवेक व बंटी ने अररिया पुलिस के समक्ष किया है।
पुलिस के समक्ष पप्पू यादव ने खुलासा किया कि 10 वर्षो से वह अपराध की दुनिया में है लेकिन वर्ष 2008 से उसके विरुद्ध पहली बार आ‌र्म्स एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज हुई। एक बार वह जेल भी गया लेकिन जल्द ही उसकी रिहाई हो गयी। इसके बाद वर्ष 2012 के 15 अप्रैल को हजारीबाग के चौपारन स्थित बालाजी ज्वेलर्स दुकान में घटना को अंजाम दिया। इस घटना में उनकी पत्‍‌नी मिली सिंह अंगूठी लेने के बहाने दुकान गयी। दुकान में अंगूठी लेने के बाद चार हजार रुपये भुगतान किया। इसके बाद सोने का अन्य जेवरात निकलवाकर मिली बाहर में लगी गाड़ी में आकर बैठ गयी। दुकान के एक स्टाफ ने जब रुपये की मांग की तो बगल में खड़े गिरोह के दो लड़कों ने स्टाफ पर गोली चला दी थी। इस संबंध में दुकानदार ने चौपारन थाना कांड संख्या 79/12 दर्ज करायी थी। वर्ष 2011 में साहेबगंज स्थित ह्वाईट हाउस से दो लड़के सोनू एवं झंडु नामक 14-15 वर्षीय छात्र का अपहरण किया। जनवरी माह तक फिरौती की रकम नहीं मिलने पर पप्पू एवं विवेक ने पहले सोनू की बाराहाट के निकट हत्या कर दी। फिर दो दिन बाद साहेबगंज में झंडु की हत्या कर शव को गंगा नदी में फेंक डाला। पुलिस के समक्ष पप्पू ने बताया कि दोनों छात्र की हत्या के बाद वे लोग वैष्णो देवी मंदिर चले गये। वहां से दस दिन बाद जब लौटे तो बोकारो होते हुए आसनसोल गये। वहां से लौटकर एक माह पूर्व ही कटिहार के नया टोला में किराये का मकान लेकर रहने लगा। पप्पू ने खुलासा किया कि साहेबगंज थाना कांड संख्या 20/12 एवं बाराहाट भागलपुर थाना कांड संख्या 4/12 में अपहरण के बाद हत्या के मामले में वांछित है।
पप्पू ने यह भी खुलासा किया कहलगांव थाना कांड संख्या 151/12 में भी पुलिस उसे सरगर्मी से तलाश रही थी। उन्होंने बताया कि इस कांड में संतोष कुमार जायसवाल का अपहरण के बाद उनके मां से 5 लाख रुपये फिरौती की मांग किया गया था। संतोष की मां दो लाख रुपये देने के लिये तैयार भी हो गयी थी। 35 दिन पूर्व सकरी रोड साहेबगंज से उठाया गया मोनू के पिता ने 45 हजार रुपये अपहत्र्ता को चुकता भी कर दिया था। लेकिन अपहर्ता चुकायी गयी रकम पर तैयार नही हो रहा था। पूछताछ के बाद एसपी शिवदीप लांडे ने बताया कि पप्पू यादव अपहरण एवं फिरौती नहीं मिलने के हत्या करने का एक बड़ा संगठित गिरोह चला रहा था। इस गिरोह का तार बिहार, बंगाल, झारखंड एवं अन्य राज्यों से जुड़ा है। एसपी ने बताया कि एक सप्ताह के अंदर इस गिरोह के निशाने पर कई और अपहरण की योजना थी।

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