भरगामा (अररिया) : आग की विनाशलीला भरगामा प्रखंड क्षेत्र में थमने का नाम नहीं ले रही है। प्रत्येक वर्ष करोड़ों की संपत्ति आग के हवाले हो रही है। इन हादसों में अच्छे खासे लोग दो पल में फुटपाथ पर आ जाते हैं।
आग से उत्पन्न तबाही की कुछ छोटी-मोटी घटना को छोड़ भी दें तो केवल भरगामा में चालू वर्ष में आग के विनाशलीला की कम से कम डेढ़ दर्जन भयावह घटनाएं घटित हो चुकी है। जिसमें जान-माल के साथ करोड़ों का नुकसान अग्निपीड़ितों को उठाना पड़ा है। वीरनगर तपड़ा, धनेश्वरी, खुटहा बैजनाथपुर, महथावा, खजुरी आदि गांवों की अगलगी की घटना इसी कड़ी का एक ऐसा दुखद उदाहरण है जहां देखते हीं देखते सैकड़ों लोग सड़कों पर आ गए। जिंदगी की गाढ़ी कमाई आग ने नष्ट कर दिया और राख के ढे़र पर बैठकर अग्निपीड़ित नसीब कोसते रह गए। कहना गलत न होगा कि अब यह रोज-रोज की आम जीवन में घटित होने वाली मानों सामान्य घटना सी बन गई है। दिलचस्प यह है कि इस तरह के घटना को रोक पाने के उपायों पर विचार करने की जगह प्रशासन के साथ प्रतिनिधि भी अग्निपीड़ितों के बीच कंबल, दिया सलाई, मोमबत्ती तथा कुछ नगदी रिलीफ के रूप में वितरण कर जिम्मेदारी से अपना पल्ला झाड़ ले रहें हैं।
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