Araria

Tuesday, June 26, 2012

उठ गए आठ लाख, नहीं बना सामुदायिक भवन


सिकटी (अररिया) : सरकार भले हीं घपलेबाजों पर नकेल कसना चाहती हो, लेकिन बिचौलियों व घोटालेबाजों ने इस प्रखंड के इतिहास को दागदार बनाकर रख दिया है। प्रखंड के धूमगढ़ गांव में सामुदायिक भवन के नाम पर प्राक्कलित सारी राशि निकाल लेने के बावजूद अब तक भवन अधूरा ही पड़ा है।
दरअसल यहां बिचौलियों व घपलेबाजों का तांडव अब भी जारी है। डेढुआ पंचायत के धुमगढ़ गांव में मवि के पास बन रहे सामुदायिक भवन की राशि निकासी के बावजूद काम नही हो सका। वित्तीय वर्ष 2009-10 में योजना सं. 01 में आठ लाख की लागत से बन रहे सामुदायिक भवन पूरी निकासी के बावजूद भी नही बन पाया। इधर बीडीओ ने कहा है कि हमने स्थल जांच की है। यह तत्कालीन मुखिया व संबंधित पंचायत सचिव की मिलीभगत से रुपया गबन का मामला है।
जानकारी के अनुसार बीआरजीएफ योजना से वित्त वर्ष 2009-10 में डेढुआ पंचायत के धुमगड़ गांव में मवि धुमगड़ के पास आठ लाख की लागत से सामुदायिक भवन बनना था। तत्कालीन मुखिया व संबंधित पंचायत सचिव के मिलीभगत से थोड़ा बहुत काम कराकर सारी राशि उठा ली गयी तथा पैसों का गबन कर लिया गया। इस संबंध में यहां के ग्रामीणों द्वारा बीडीओ को आवेदन भी दिया गया। ग्रामीणों ने बताया कि बीडीओ द्वारा इनकी जांच भी की गई लेकिन अभी तक किसी भी प्रकार की कानूनी कार्रवाई नहीं की गई।
इस संबंध में बीडीओ केके सिन्हा से पूछने पर बताया कि मामले में गलत हुआ है। उन्होंने घपले की बात को स्वीकार करते हुए कहा कि तत्कालीन मुखिया व संबंधित पंचायत सचिव द्वारा राशि का गबन किया गया है। ग्रामीणों ने इस संबंध में जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराते हुए जांच की मांग की है।

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