Friday, June 10, 2011

8.30 करोड़ की लागत से बने पांच पुल जनता को समर्पित


-मुख्यमंत्री ने किया रिमोट से उद्घाटन
अररिया/रानीगंज/रेणुग्राम : ये आस्था और विश्वास के पुल हैं। इनसे ग्रामीण विकास को भरपूर मदद मिलेगी। ये उद्गार थे उन ग्रामीणों के जो शुक्रवार को मुख्यमंत्री द्वारा जिले के तीन अलग अलग स्थानों पर रिमोट से किये गये उद्घाटन के मौके पर उपस्थित थे। इन पुलों के निर्माण पर 8.30 करोड़ की लागत आयी है।
अररिया से संस के अनुसार प्रखंड के जुम्मन चौक से बलवात जाने वाली पीडब्लूडी सड़क के बकरा नदी के मरना धार पर बने मुख्य मंत्री सेतु का उद्घाटन शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना से रिमोट का बटन दबाकर किया। उद्घाटन स्थल पर बलवात गांव के 70 वर्षीय पूर्व मुखिया हाजी कबीर उद्दीन ने प्रखंड विकास पदाधिकारी नागेंद्र पासवान एवं सैकड़ों ग्रामीणों की उपस्थिति में फीता काटकर किया। एक करोड़ 52 लाख की लागत से बने इस स्क्रू पाइल पुल को बनने में लगभग एक साल लगा है। इस पुल के बन जाने से अररिया व सिकटी प्रखंड के बलुवात, साहसमल, बटुरबाड़ी, घुरघुरा, डिम्हिया, बिड़ी हाट, बरदाहा आदि गांव के लोगों को काफी लाभ मिलेगा। इस मौके पर पुल के दोनों तरफ वृक्षारोपण भी किया गया।
रेणुग्राम से जाप्र के अनुसार फारबिसगंज प्रखंड के भिन्न-भिन्न क्षेत्रों में लगभग पांच करोड़ राशि से निर्मित तीन पुलों का उद्घाटन शुक्रवार को स्थानीय बुजुर्ग नागरिकों के द्वारा किया गया। इस मौके पर वृक्षारोपण भी किया गया। उद्घाटन के अवसर पर प्रखंड विकास पदाधिकारी भुनेश्वर प्रसाद, पं. सचिव सतीश कुमार, राम प्र. यादव, जीपीएस राजेन्द्र प्र. यादव, मुखिया वैद्यनाथ मंडल, परमानंद यादव, मनोज कुमार, जगदीश ऋषिदेव, पोचय ऋषिदेव, यदु यादव, शत्रुघ्न कुमार सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित थे। सर्वप्रथम वेलई स्थित लड़हा धार में स्क्रू पाइल ब्रीज तथा फारबिसगंज के निकट सीताधार में स्क्रु पाइल ब्रीज और गंजभाग लक्ष्मीपुर में आरसीसी पुलिया का उद्घाटन गांव के बुजुर्ग व्यक्तियों द्वारा किया गया। इस मौके पर वृक्षारोपण भी किया गया।
रानीगंज से जाप्र के अनुसार मुख्यमंत्री सेतु योजना से बने स्क्रू पाइल पुल का उद्घाटन शुक्रवार को मुख्य मंत्री नीतीश कुमार ने रिमोट द्वारा पटना से किया। विस्टोरिया पंचायत के वार्ड नं- 4 में कमला नदी के उपर बने इस पुल के स्थल उद्घाटन कर्ता के रूप में भाजपा किसान मोर्चा के पूर्व जिलाध्यक्ष वासुदेव लाल दास उपस्थित थे। 177.21 लाख की लागत से बने इस स्क्रू पाइल पुल से विस्टोरिया, पचीरा, विशनपुर पंचायत के लगभग पचीस हजार से अधिक आबादी लाभान्वित होंगे।
इस पुल के संबंध में ग्रामीणों ने बताया कि वर्षो से इस नदी पर पुल निर्माण की मांग लंबित थी जो आज पूरा हुआ। ग्रामीणों ने बताया कि इस पुल का सबसे अधिक लाभ आसपास गांव के बच्चे उठा पायेंगे जो नदी के दूसरी ओर स्थित विद्यालय साल में आठ महीना नदी में पानी के कारण नही जा पाते थे। नित्यानंद ऋषिदेव नामक ग्रामीण ने इस अवसर पर कहा कि आज मेरे बच्चों के पढ़ने को सपना साकार हुआ। मौके पर उपस्थित जदयू जिला महासचिव कामेश्वर लाल कर्ण ने कहा कि इस पुल के निर्माण से क्षेत्र के लोगों को अररिया पूर्णिया आदि स्थानों तक पहुंचाने की दूरी घट गयी है। उद्घाटन स्थल पर बीडीओ चन्द्रमा राम, जदयू जिला महासचिव, कामेश्वर लाल कर्ण, नित्यानंद ऋषि, उदयानंद ऋषि, गयानंद ऋषि सहित भारी संख्या में महिला, बच्चे व ग्रामीण थे।

आंगनबाड़ी केन्द्रों में 1.31 लाख गबन का मामला पकड़ाया


-सिमरबनी में आयोजित किया गया सामाजिक अंकेक्षण कार्यक्रम
फारबिसगंज (अररिया) : भरगामा प्रखंड के सिमरबनी पंचायत में आंगनबाड़ी केन्द्रों का शुक्रवार को हुए सामाजिक अंकेक्षण में करीब एक लाख 31 हजार रुपये के पोषाहार के गबन का मामला पकड़ाया है। इसके अलावा मनरेगा में भी धांधली बरते जाने की बातें भी सामने आयी है। सिमरबनी पंचायत के सिमरबनी उच्च विद्यालय परिसर में जन जागरण शक्ति संगठन व प्रशासन की देखरेख में सैकड़ों ग्रामीणों की उपस्थिति में सामाजिक अंकेक्षण कराया गया। जिसमें पंचायत के कुल आठ आंगनबाड़ी केन्द्रों में टेक होम राशन में भारी लूट खसोट का मामला सामने आया। अधिकारियों के सामने हीं आंगनबाड़ी केन्द्रों की सेविकाओं ने भरगामा सीडीपीओ पर प्रति केन्द्र 1500 रुपया घूस वाउचर पास कराने के नाम पर लेने का आरोप लगाया। वही पंचायत में मनरेगा की दस योजनाओं का सामाजिक अंकेक्षण कराया गया जिसमें भारी मात्रा में राशि गबन का मामला सामने आया। ग्रामीणों, मजदूरों से लेकर आंगनबाड़ी केन्द्र की सेविकाओं द्वारा शिकायतें दर्ज कराई गई। सर्वाधिक गड़बड़ी का आरोप धनगड़ा गांव स्थित आंगनबाड़ी केन्द्र संख्या दस की सेविका कुमारी पिंकी पर लगा जहां 26 हजार पांच रुपया के चावल दाल का गबन किया गया। सामाजिक अंकेक्षण के दौरान दिलीप कुमार साह नामक पीटीए के खिलाफ ग्रामीणों ने भड़ास निकाली। ग्रामीणों ने हंगामा भी किया। इस घटना के बाद डीआरडीए निदेशक जफर रकीब, डीपीओ सीपी सिंह, बीडीओ राजमणि देवी, सीडीपीओ नविता कुमारी कार्यक्रम में पहुंचे। इससे पूर्व पंचायत के मुखिया अरुण मंडल, सरपंच पति वीरेन्द्र मंडल सहयोगी संस्था जन जागरण शक्ति संगठन की कामायनी स्वामी, आशीष रंजन, कोसी चेरिटेबुल ट्रस्ट तथा पीएच आरएन के प्रतिनिधि मौजूद थे। डीपीओ श्री सिंह ने इस मौके पर कहा कि गबन की गई राशि को वसूला जायेगा तथा दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।

महिला कालेज में प्रायोगिक परीक्षा आरंभ


फारबिसगंज (अररिया) : फारबिसगंज के जीरा देवी शीतल साह महिला महाविद्यालय में शुक्रवार से स्नातक द्वितीय खंड की प्रायोगिक परीक्षा आरंभ हो गयी। केन्द्राधीक्षक सह महाविद्यालय प्राचार्य प्रो. शंभू नाथ सिंह ने बताया कि 14 जून तक प्रायोगिक परीक्षा चलेगी। जिसमें मनोविज्ञान, गृह विज्ञान, भूगोल एवं संजीत की छात्राएं शामिल होंगी। परीक्षा के दौरान परीक्षा आंतरिक नियंत्रक सह रानीगंज के कलावती कालेज के प्रो. राकेश कुमार सिंह, परीक्षा नियंत्रक प्रो. हीरा लाल मेहता, प्रो. सुरेश प्रसाद यादव तथा कृष्णा बाला मौजूद थी। शांतिपूर्ण माहौल में प्रायोगिक परीक्षा का आयोजन किया गया।

एमएफ हुसैन के निधन पर शोक


अररिया : भारत के पिकासो के नाम से मशहूर विश्व प्रसिद्ध चित्रकार मकबूल फिदा हुसैन के निधन पर बुद्धिजीवियों ने शोक प्रकट किया है। वक्ताओं ने कहा है कि अपनी कृति एवं चित्रकारी को ले हमेशा चर्चा में रहने वाले श्री हुसैन की मौत अपूर्णनीय क्षति है। सदरे आलम, अब्दुल सलाम, साजीद अनवर आदि ने उनकी मौत पर शोक व्यक्त किया।

इंदिरा आवास: दो माह में बने सिर्फ दो सौ बाइस


-प्रशासन की मंशा सही लाभार्थियों तक योजना लाभ पहुंचाना-प्रभारी डीडीसी
अररिया : जिले में प्रशासनिक महकमे में व्याप्त भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए जहां जिलाधिकारी प्रयासरत हैं वहीं कर्मियों की लापरवाही के कारण सरकारी जनकल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन सुस्त पड़ गया है। इसी कारण गत 29 मई को सूबे के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी भी बैठक में नाराजगी जता चुके हैं। इस संबंध में डीआरडीए निदेशक सह प्रभारी डीडीसी जफर रकीब ने बताया कि जिले में डेहटी पैक्स जैसे घोटाले हुए हैं। इसलिए काफी फूंक फूंक कर कदम उठाये जा रहे हैं जिस कारण कुछ विलंब हो रहा है। जिले में महात्वाकांक्षी योजना इंदिरा आवास लक्ष्य से काफी पीछे चल रहा है। जिले के नौ प्रखंड में दो माह के दौरान सिर्फ 222 इंदिरा आवास का ही निर्माण हो पाया है। वित्तीय वर्ष 2011-12 का तीसरा माह शुरू हो चुका है परंतु गरीबों के सर पर छत देने वाली यह योजना काफी पीछे चल रही है। गत वर्ष व इस वित्तीय वर्ष में कुल 55996 आवास बनाने का लक्ष्य जिला प्रशासन ने निर्धारित किया था। लेकिन एक अप्रैल को लंबित योजना में से मात्र 222 आवास ही पूर्ण होने की रिपोर्ट जिला प्रशासन के पास मौजूद है। हैरत की बात तो यह है कि वित्तीय वर्ष 11-12 में लक्ष्य के विरुद्ध किसी भी प्रखंड से एक भी इंदिरा आवास स्वीकृत नहीं किया गया। पूर्ण 222 आवास में जोकीहाट में 19, कुर्साकांटा में 65 एवं रानीगंज में 138 आवास शामिल हैं। शेष प्रखंडों में इस वर्ष एक भी आवास पूर्ण नही हुए हैं। हालांकि, प्रशासनिक रिपोर्ट पर गौर करें तो अपूर्ण आवास में छत तक 6622, दीवार तक 8956, लिंटल तक 12609 तथा प्लींथ तक 15804 मकान बने हैं। जबकि एक अप्रैल 2011 तक अररिया प्रखंड में 7901, जोकीहाट 1070, पलासी 5958, सिकटी- 5011, कुर्साकांटा 2009, रानीगंज 13467, फारबिसगंज में 8060, नरपतगंज 8001 व भरगामा में 4519 इंदिरा आवास लंबित हैं। इसलिए प्रशासन का सख्त निर्देश है कि बीडीओ सही लाभार्थी को ही योजना राशि मुहैया करायें। इसीलिए काफी फूंक फूंक कर कदम उठाये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रशासन की मंशा सही लाभार्थियों तक योजना लाभ पहुंचाना है।

मनरेगा के तहत लगे वृक्षों की हो रही अवैध कटाई


बथनाहा (अररिया) : सीमावर्ती नरपतगंज प्रखंड के भंगही ग्राम पंचायत के वार्ड न. 12 में मनरेगा के तहत लगाए गये वृक्षों की अवैध कटाई की जा रही है। ज्ञात हो कि योजना वर्ष 2010-11 में 150 आम, कदम व अन्य प्रजाति के वृक्ष लगाये गये हैं। जबकि योजना अंतर्गत वन पोषक की भी नियुक्ति की गयी है तथा प्रत्येक 200 पेड़ों के देखभाल के लिए प्रहरी भी बहाल हैं। नरपतगंज प्रखंड मानवाधिकार संरक्षण प्रतिष्ठान के प्रखंड पर्यवेक्षक सुनील कुमार ठाकुर ने मामले की जांच कराने की मांग की है।

यूबीजीबी शाखा में कोर बैंकिंग प्रणाली चालू


फारबिसगंज (अररिया) : उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक की फारबिसगंज शाखा में कोर बैंकिंग प्रणाली का शुभारंभ किया गया।
शाखा प्रबंधक गंगेश झा ने बताया कि इस प्रणाली के चालू हो जाने से ग्राहकों को आधे घंटे के अंदर ड्राफ्ट निर्गत किये जाने के साथ ही अन्य कई बेहतर सुविधाएं उपलब्ध होने लगेगी। इस मौके पर कैशियर कमलानंद झा, जगदीश प्रसाद गुप्ता, विद्यानंद विश्वास समेत कई ग्राहक उपस्थित थे।

ठगी का आरोप


अररिया : मुख्यालय स्थित आजाद नगर वार्ड नंबर 19 व 20 में कुछ बिचौलियों द्वारा स्मार्ट कार्ड बनाने के नाम पर गरीबों से 100 से 200 रूपये अवैध रूप से वसूला जा रहा है। इस संबंध में वार्ड पार्षद फरीदा खातून ने अनुमंडल पदाधिकारी को आवेदन देकर पूरे मामले की जांच एवं बिचौलियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।

सांसद ने किया सड़क का शिलान्यास


अररिया : जिले के बगडहरा में ग्रामीण सड़क का शिलान्यास सांसद प्रदीप कुमार सिंह ने फीता काटकर किया। इस अवसर पर ग्रामीणों ने गांव में अधूरे पड़े बिजली व ट्रांसफार्मर नहीं लगाये जाने से संबंधित एक आवेदन भी दिया। सांसद ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि विकास कार्य में कोई कमी नहीं आने दी जायेगी। इस अवसर पर बगडहरा के ग्रामीणों ने उनका भव्य स्वागत किया। इस अवसर पर एनुल यकीन, मो. खालिद हुसैन, मो. अनवारूल हक, मो. सादिकुर्रहमान, मो. राशि अनवर, मास्टर अब्बास, इम्तियाज आदि उपस्थित थे।
बैठक 13 को
अररिया: नेताजी सुभाष स्टेडियम में राष्ट्रीय बाल श्रमिक विद्यालय के कर्मियों की एक बैठक आगामी 13 जून को आयोजित की गयी है जिसमें लंबित मानदेय, छात्र छात्राओं की छात्रवृति, विद्यालय किराया, मध्याह्न भोजन, बाल श्रमिक बच्चों के सर्वेक्षण आदि विषयों पर विस्तृत चर्चा की जायेगी। यह जानकारी अनिल कुमार मिश्र ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दी।

सीबीएसइ दसवीं की परीक्षा में जिले के शत प्रतिशत छात्रों ने मारी बाजी


-एमपीएस के 15, रानी सरस्वती विद्या मंदिर के 11, नवोदय के 7, एपीएस के 3 व मोहिनी देवी के एक छात्र ने पाया 10 सीजीपीए अंक
अररिया : सेंट्रल बोर्ड फार सेकेण्ड्री एजूकेशन द्वारा आयोजित दसवीं के परीक्षा का परिणाम शुक्रवार को प्रकाशित हो गया, जिसके बाद रिजल्ट जानने के लिए छात्रों की भीड़ इंटरनेट की दुकानों पर उमड़ पड़ी। जिला मुख्यालय में सीबीएसई दसवीं की मान्यता प्राप्त तीन व फारबिसगंज में दो विद्यायल हैं, जिनमें सभी विद्यालयों का परिणाम शत प्रतिशत रहा है। जबकि उक्त विद्यालयों के काफी छात्रों ने सीजीपीए दस में दस अंक प्राप्त किए हैं। जिला मुख्यालय स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय से 78 छात्र बोर्ड परीक्षा में शामिल हुए थे जिसमें सभी उत्तीर्ण हुए हैं। उनमें सात छात्रों ने सीजीपीए 10 में दस अंक प्राप्त किये। जबकि छह छात्रों को 9.8 और आठ लड़कों ने 9.5 सीजीपीए अंक प्राप्त किये हैं। नवोदय के दस सीजीपीए अंक लाने वाले छात्रों में
मुनाजिर आलम, अंकित आनंद, आदित्य कुमार, सानियां तबसुम, शालिनी कुमारी, नूरूल कमर, अंकित कुमार शामिल हैं।
अररिया पब्लिक स्कूल से 206 छात्र छात्राएं बोर्ड परीक्षा में शामिल हुए थे जिसमें सभी सफल रहे हैं। वहीं विद्यालय के दो छात्र शहबाज आलम, सार्थक सिन्हा एवं एक छात्रा ऐश्वर्या राय ने 10 सीजीपीए ग्रेड प्राप्त किये हैं। उक्त छात्रों को सभी विषय में ए-1 ग्रेड प्राप्त हुआ है। वहीं 9.5 सीजीपीए अंक लाने वाले छात्रों की संख्या 22 रही।
मोहिनी देवी विद्यालय से एक छात्र विपुल कुमार ने 10 सीजीपीए अंक प्राप्त किया है। जबकि ग्यारह छात्र छात्राओं ने 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किये हैं। वहीं फारबिसगंज से एमपीएस के छात्रों ने भारी सफलता अर्जित की है। यहां के 15 छात्रों ने दस सीजीपीए अंक प्राप्त किये हैं। उन मेधावी छात्र-छात्राओं में कृति गुप्ता, ऋषभ जैन, अमर कुमार देव, निवेश कुमार, कुणाल सोरेन, नंदनी जायसवाल, अमन कुमार गुप्ता, आशिक आनंद, दीपराज, सागर कुमार, सुष्मिता विश्वास, नीरज केशरी, राहुल कुण्डू, प्रगति पायल शामिल हैं।
इसके अतिरिक्त 9.5 सीजीपीए अंक से उपर एवं 10 अंक से नीचे कुल 36 छात्र-छात्राओं में अपनी जगह बनायी। जबकि 9.0 अंक से उपर 9.4 तक 121 छात्रों ने बाजी मारी।
विद्यालय का परीक्षा फल शत-प्रतिशत रहा। यहां से 574 छात्र परीक्षा में शामिल हुए थे।
वहीं फारबिसगंज स्थित श्री रानी सरस्वती विद्या मंदिर के छात्र-छात्राओं ने भी शत प्रतिशत सफलता हासिल की है। उक्त विद्यालय से दसवीं की परीक्षा में कुल 307 परीक्षार्थी शामिल हुए जिनमें से 11 परीक्षार्थियों ने दस सीजीपीए अंक प्राप्त किये हैं। उन छात्रों में प्रेम आनंद कुमार, कुमार सानु, शैली शंकरण, अभिजित कुमार, आशिष कुमार, राकेश रंजन, धर्मवीर माधव, दीपक कुमार साह, रितु राज, कुमार सानु एवं रविश कुमार शामिल हैं। वहीं एक वन ग्रेड पाने वाले 55, ए टू पाने वाले 76, बी वन पने वाले 80, बी टू पाने वाले 72 तथा सी वन श्रेणी में पास होने वाले छात्र-छात्राओं की संख्या 13 है। परीक्षा परिणाम से छात्र-छात्राओं सहित उनके अभिभावकों में प्रसन्नता देखी गयी। वहीं छात्रों की सफलता पर नवोदय विद्यालय के प्राचार्य डी के साहु , एपीएस के डायरेक्टर तुफैल अहमद, मोहिनी देवी के प्राचार्य डा. डीएन झा, एमपीएस के प्राचार्य पुतुल मिश्रा व रानी सरस्वती विद्या मंदिर के प्राचार्य शंभू शरण तिवारी ने छात्रों की शत प्रतिशत सफलता पर उन्हें बधाई दी है तथा उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है।

पोषाहार वितरण में अनियमितता की शिकायत


रानीगंज (अररिया) : आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषाहार वितरण में गड़बड़ी की लगातार मिल रही शिकायतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। गुणवंती पंचातय में चल रहे रजवैली आंगनबाड़ी केन्द्र संख्या 201 पर ग्रामीणों ने लाभर्थियों को पोषाहार वितरण में अनियमितता का आरोप लगाया है। इस संबंध में ग्रामीणों ने समाज कल्याण मंत्री बिहार सरकार एवं जिला पदाधिकारी अररिया को आवेदन सौंपते हुए कार्रवाई की मांग की है। रामकृष्ण विश्वास टोला रजबैली आंगनबाड़ी केन्द्र संख्या 201 पर अधिकांश आदिवासी- हरिजन एवं अल्पसंख्यक समुदाय के बच्चे ही आते हैं। इस संबंध में बाल विकास परियोजना पदाधिकारी गायत्री श्रीवास्तव ने मिली शिकायत की जांच करने की बात कही है।

भूतल परिवहन: संभावनाएं अपार, नहीं है खेवनहार


-आश्वासन का शिकार बन कर रह गयी रेल व वायु परिवहन सेवा
डा.अशोक झा, अररिया: अररिया जिले में वायु व भूतल परिवहन की अपार संभावनाएं हैं। उनकी तलाश करने वाला चाहिए। एनएच 57 फोरलेन के निर्माण ने इन संभावनाओं की हल्की सी झलक दिखलाई है। दरअसल, नेतृत्व की कमजोरी, व्यवस्था में व्याप्त जड़ता और सरकारी तंत्र की उपेक्षा ने जिले में परिवहन व्यवस्था को पंगु व खस्ताहाल बना कर छोड़ रखा है। अगर आवागमन व माल परिवहन प्रणाली को चकाचक बनाना है तो राजनीतिक नेतृत्व को गतिशील व सरकारी तंत्र को चुस्त दुरुस्त बनना ही होगा।
रेल विस्तार के मामले में उपेक्षित है अररिया-
अररिया जिले में रेल ट्रैक की लंबाई बढ़ने की बजाय घट गयी है। कोसी बैराज बनने के बाद बथनाहा से भीमनगर के बीच चलने वाली कोसी रेल समाप्त हो गयी तथा उस ट्रैक को ही उखाड़ दिया गया। इसी तरह फारबिसगंज जंक्शन से अंचरा घाट तक जाने वाली रेल लाइन भी समाप्त हो गयी। लेकिन जिले में नयी लाइनों के विस्तार की बात आश्वासन भर ही रह गयी।
अररिया से गलगलिया तथा अररिया से रानीगंज होते हुए सुपौल के बीच रेल विस्तार की योजनाओं के लिए बड़े तामझाम के साथ शिलान्यास किया गया। लेकिन पांच साल बीत गये, बात आगे नहीं बढ़ी है।
सड़क परिवहन:खुल सकते हैं संभावनाओं के नये द्वार-
जिले में सड़क परिवहन की शानदार जमीन तैयार हुई है। एन एच 57 फोरलेन, एसएच 63, 71 व 73 जैसी प्रमुख सड़कों के निर्माण से भूतल परिवहन के मामले में अररिया तेजी के साथ अगली पंक्ति के जिलों में शामिल हो रहा है।
जानकारों की मानें तो फोरलेन बन जाने से आने वाले दिनों में अररिया व आसपास का इलाका विकास की राह पर तेजी के साथ चल निकलेगा।
खत्म हो रहा ग्रामीण सड़कों के हनीमून का दौर-
प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत जिले में दर्जनों ग्रामीण सड़कें बनायी गयी हैं और ग्रामीण स्तर पर परिवहन की स्थिति सुधरी है।
हालांकि सड़कों के रखरखाव के मामले में प्रशासन तंत्र ढीलाढाला है। अधिकतर ग्रामीण सड़कों में रेन कट तथा गढ्डे बनते जा रहे हैं, लेकिन उनके रख रखाव पर ध्यान नहीं दिया जा रहा।
वायु परिवहन अब भी बना है सपना-
कहते हैं कि इस इलाके में कार्यरत एक अंग्रेज अधिकारी बोनेंजा प्लेन रखते थे। सन 1938 में जब एवरेस्ट की ऊंचाई मापने के लिए लेडी हाउस्टन अभियान पूर्णिया के लालबालू में आया तो उसकी सारी उड़ानें अररिया के बिल्कुल निचले आकाश से होकर ही हुई। लेकिन अररिया में वायु परिवहन का सपना सदियों बाद भी साकार नहीं हो पाया है।
चीन युद्ध के बाद फारबिसगंज के निकट भाग कोहलिया में हवाई अड्डा निर्माण के लिए सैकड़ों एकड़ जमीन अर्जित की गयी, लेकिन सरकार की उपेक्षा के कारण पचास साल बाद भी जिले में वायु परिवहन सेवा प्रारंभ नहीं हो पायी है। हवाई अड्डा की जमीन पर सब्जियां उगायी जा रही हैं।
जल परिवहन की बंदी से बदहाल हो गया अररिया-
अररिया जिले में नदियों के रास्ते होने वाला जल परिवहन अतीत की एक शानदार विरासत रहा है। लेकिन मोटर गाड़ियों तथा चमकदार रेल गाड़ियों की वजह से जल परिवहन को बिल्कुल भुला ही दिया गया। जल परिवहन की जब्ती से जहां सड़कों पर दवाब बढ़ा है, वहीं, प्रदूषण में भी वृद्धि हुई है।
जानकारों के मुताबिक तीन दशक पहले तक अररिया में जल परिवहन एक हकीकत था। मुर्शिदाबाद व मालदह से आने वाले मिट्टी के बरतन नदियों के रास्ते ही आते थे। वहीं, जिंदा मछलियों को यहां से कोलकाता ले जाने केलिए जल परिवहन का ही सहारा लिया जाता था। लेकिन अब सब कुछ समाप्त हो गया।

पीसीएल कैंप में चोरी करते युवक पकड़ाया


रेणुग्राम (अररिया) : सिमराहा थाना क्षेत्र के पोठिया गांव स्थित पीसीएल कैंप में लगी मोटर चोरी करते एक युवक को पीसीएल कर्मी ने पकड़ कर सिमराहा पुलिस के हवाले कर दिया। इस संबंध में पीसीएल कर्मी वासुदेव रेड्डी के लिखित आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। दर्ज प्राथमिकी में संजीत कुमार ग्राम ढोलबज्जा को नामजद किया गया है।

प्रखंड कार्यालय से नाजायज कर्मियों को हटाएं : विधायक


जोकीहाट (अररिया) : प्रखंड कार्यालय जोकीहाट में नाजायज रूप से गैर सरकारी लोगों से कार्य लेने की शिकायत पर विधायक सरफराज आलम ने ऐसे कर्मियों को अविलंब हटाने का निर्देश बीडीओ मो. सिकंदर को दिया है।
इस संबंध में श्री आलम ने बताया कि प्रखंड में अभी भी बिचौलियों का राज कायम है। उन्होंने इंदिरा आवास मनरेगा वृद्धापेंशन का लाभ शीघ्र जनता तक पहुंचाने का निर्देश बीडीओ को दिया। श्री आलम ने 2002 से 2005 तक काम के बदले अनाज योजना में डीलरो द्वारा गड़बड़ी के मामले में जांच कर कार्रवाई करने का निर्देश बीडीओ को दिया।

प्रखंड प्रमुख के चुनाव को ले सरगर्मी तेज


कुर्साकांटा (अररिया) : प्रखंड के प्रमुख एवं उपप्रमुख के चुनाव को लेकर एक बार फिर सरगर्मी तेज हो गई है। संभावित प्रत्याशी अपने पक्ष में बहुमत जुटाने के लिए सारे हथकंडे अपना रहे हैं।
ज्ञात हो कि प्रखंड में 18 पंचायत समिति सदस्य निर्वाचित हुए हैं। वैसे फिलहाल प्रमुख पद के लिए मुख्य रूप से दो उम्मीदवार खुलकर मैदान में हैं। बहुमत पाने के लिए 10 समिति सदस्यों का समर्थन आवश्यक है। निवर्तमान प्रखंड प्रमुख क्षेत्र 4 से निर्वाचित समिति सदस्य सुशील कुमार सिंह एवं समिति सदस्य क्षेत्र संख्या 1 से निर्वाचित धनजीत सिंह के बीच टक्कर होने की संभावना व्यक्त की जा रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सदस्यों का समर्थन जुटाने के लिए कई बड़े राजनेताओं की भूमिका भी सक्रिय रूप से सामने आ रही है। वैसे 18 जून से 22 जून तक प्रमुख एवं उपप्रमुख के चुनाव कराये जाने की संभावना है।

बाबा रामदेव के साथ पुलिस दु‌र्व्यवहार की निंदा


जोकीहाट (अररिया) : दिल्ली के रामलीला मैदान में शनिवार की रात धरना पर बैठे योग गुरु बाबा रामदेव एवं उनके समर्थकों पर दिल्ली पुलिस ने जो जुल्म ढाया है उसकी समाज के बुद्धिजीवियों, व्यवसायियों एवं आमजनों ने केंद्र सरकार की तीखी आलोचना की है। जोकीहाट बाजार के व्यवसायी जयप्रकाश भगत, अधिवक्ता मुर्तजा अली, महेन्द्र यादव, अवकाश प्राप्त प्रधानाध्यापक महि नारायण झा, देवानंद मंडल आदि ने कहा कि कालेधन एवं भ्रष्टाचार के विरुद्ध शांतिपूर्ण प्रदर्शन संवैधानिक अधिकार है। उन्होंने रामलीला मैदान में पुलिसिया जुल्म को मौलिक अधिकारों का हनन बताया।

उमा के घर वापसी से भाजपाइयों में खुशी


अररिया : मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के भाजपा में वापसी पर जिला भाजपा कार्यकर्ताओं में उत्साह बढ़ गया है। जिला भाजपा अध्यक्ष आलोक कुमार भगत ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि उमा भारती वनवास से लौट गई हैं। अब संगठन में फिर से एक बार नई संचार प्रवाहित होगी। संगठन में जोश बढ़ेगा और विस्तारिकरण होगी। खुशी के इस मौके पर भाजपाइयों ने उमा भारती को बधाई दी है। भाजपा नेताओं ने कहा कि उनकी विचार धारा हमेशा पार्टी से जुड़ी रही। संगठन के हर एक सदस्य उमा जी का सम्मान करते रहे। अब उमा जी भाजपा में लौट आई हैं इस लिए कार्यकर्ताओं का मनोबल भी काफी बढ़ेगा।

नपं अध्यक्ष को पितृशोक


जोगबनी (अररिया) : जोगबनी नगर पंचायत अध्यक्ष तरन्नुम नाज के पिता अब्दुल करीम की मौत से नगर में शोक है। इनके पिता कैंसर की बीमारी से पीड़ित थे तथा ये 60 वर्ष के थे। अध्यक्ष के पिता की मौत पर वार्ड पार्षदों ने भी शोक व्यक्त किया है शोक व्यक्त करने वालों में शंकर भगत, मनोज राय, जीवन साह, मो. वाहिद, मो. मजलुम, राजीव सिंह आदि शामिल हैं।

कोर्ट हाजत में बंदियों पर पाबंदी नहीं


अररिया : अररिया कारा से पेशी के लिए कोर्ट हाजत पहुंचने वाले बंदियों के उपर कोई पाबंदी नहीं नजर आती है। कोर्ट में पेशी के लिए आये कैदियों को रंगरेलियां मनाते, मस्ती करते व बाजार में शापिंग करते आसानी से देखा जा सकता है। इस संबंध में उप काराधीक्षक राजेन्द्र प्रसाद कहते हैं कि कोर्ट हाजत परिसर में सुरक्षा का जिम्मा उनके पास नहीं रहता है। कोर्ट से पेशी के लिए कैदियों को भेजे जाने के बाद उनकी सुरक्षा का भार पुलिस को सौंप दिया जाता है। उन्होंने पेशी के लिए गये पुरूष व महिला कैदी की रंगरेलियां मनाने की बात स्वीकार करते हुए कहा है कि शिकायत मिलने पर इसकी जांच के लिए उन्होंने पुलिस को लिखा है।
ज्ञात हो कि कोर्ट में पेशी के लिए आने वाले कैदी जेल से निकलने के बाद ही खुद को आजाद समझने लगते हैं। सुरक्षा में लगे जवानों से 'दोस्ती' गांठ वे मनमानी पर उतर आते हैं। बाजारों में खुले आम घूमने से लेकर होटलों में खाना खाने, परिजनों के साथ मेल जोल, सैलून में मसाज आदि तो कराते ही हैं, साथ ही रंगरेलियां मनाने से भी नहीं चुकते। उन कैदियों को शापिंग करते व सिगरेट फूंकते हुए भी आसानी से देखा जा सकता है। ऐसा ही एक वाकया 21 मई को सार्वजनिक हो गया। कुछ लोगों ने कोर्ट हाजत के बगल में स्थित झाड़ी में एक महिला व पुरूष बंदी को आपत्तिजनक स्थिति में देखा। हो हल्ला होने पर दोनों कैदियों को हाजत में पहुंचाया गया। लेकिन लोगों ने इसकी शिकायत कारा अधीक्षक से की। शिकायत मिलने के बाद कारा अधीक्षक ने अपने पत्रांक 584 दिनांक 22 मई के आलोक में इस मामले की जांच के लिए नगर थाना पुलिस को लिखा है। नगर थाना पुलिस को भेजे गये जांच में उप कारा अधीक्षक ने कहा है कि आरक्षी के सहयोग से पुरूष बंदी एम यादव एवं महिला बंदी एस देवी के आपत्तिजनक स्थिति में होने की शिकायत मिली है। जो नियम का उल्लंघन एवं अनुशासन हीनता का परिचायक है। हालांकि यह पहली घटना नहीं है। इसके पहले भी कैदियों के खुले आम घूमने के मामले प्रकाश में आते रहे हैं, लेकिन इस पर कोई रोक अब तक नहीं लग पाया है। जबकि कई खतरनाक कैदी अररिया कारा में बंद हैं, जो अक्सर पेशी के लिए कोर्ट आते रहते हैं। ऐसे में सुरक्षा में जरा सी चूक बड़ी घटना का कारण बन सकती है। अब देखना है कि ताजा मामला संज्ञान में आने के बाद कारा व पुलिस प्रशासन सुरक्षा को लेकर सचेत होती है या नहीं।

दो अज्ञात लाश बरामद


नरतपतगंज (अररिया) : गुरुवार के सुबह मधुरा- उत्तर पंचायत के सिमखनी वितरीण नहर चन्दा जाने वाली सड़क के पास दो अज्ञात लाश मिलने से खलबली मच गई। थानाध्यक्ष मनीष कुमार साहा ने मौके पर पहुंचकर लाश को कब्जे कर पो‌र्स्टमाटम हेतु अररिया भेज दिया। थानाध्यक्ष ने बताया मृतक का उम्र क्रमश: 22 व 24 वर्ष का है संभवत: कुदाल के बेट व लोहे की रड से सर पर वार कर हत्या की गई है। हो सकता है हत्या कही और कर लाश को उक्त जगह रख दिया गया हो। चन्दा और मधुरा उत्तर के हजारों लोगों ने देखा लेकिन लाश को पहचान न किया जा सका।

टैंकलोरी से चोरी करते 600 ली. डीजल बरामद, दो गिरफ्तार


फारबिसगंज/बथनाहा (अररिया) : टैंकलारी से तेल चोरी मामले का एसएसबी ने गुरूवार को भंडाफोड़ किया है। फारबिसगंज-जोगबनी एनएच 57 ए मार्ग पर बथनाहा के समीप एसएसबी ने गुरुवार को 600 लीटर डीजल के साथ दो लोगों को गिरफ्तार किया है। डीजल से भरा एक टैंकलोरी को भी पूछताछ के लिए पकड़ा गया जिसे बाद में छोड़ दिया गया। उक्त टैंकलोरी नेपाल की ओर जा रहा था। गिरफ्तारी दोनों लोगों को बथनाहा पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया जबकि जब्त डीजल को फारबिसगंज कस्टम के हवाले किया गया है। कार्रवाई का नेतृत्व कर रहे बथनाहा एसएसबी 24 वीं बटालियन के डिप्टी कमांडेंट बीआर चौहान ने बताया कि 600 लीटर डीजल टैंकलोरी के समीप छोटे-छोटे कैंटनरों में रखा हुआ बरामद किया गया है। एसएसबी की इस कार्रवाई से तेल माफियाओं में हड़कंप मच गया है। मालूम हो कि बथनाहा में वर्षो से टैंकलारियों से पेट्रोल व डीजल चोरी-छुपे निकालने का गोरख धंधा चल रहा है। बरौनी से नेपाल जाने वाली टैंकरों से यहां तेल की चोरी की जाती है।
बथनाहा से संसू के अनुसार एसएसबी 24वीं वाहिनी के सहायक सेनानायक बीआर चौहान ने गुप्त सूचना के आधार पर गुरुवार को बथनाहा स्थित एक नर्सिग होम के परिसर से एक टैंकलोरी से चुराकर निकाले गये डीजल व टैंकलोरी के साथ अरुण कुमार मंडल व मो. इशाक को रंगे हाथ पकड़ा तथा बथनाहा थानाध्यक्ष राम दिनेश मंडल के हवाले कर दिया। हिरासत में लिये गए दोनों युवक ने गिरोह में शामिल कई लोगों के नाम बताये हैं। हलांकि बरामद तेल की मात्रा अधिक बताई जा रही है।
सहायक सेनानायक बीआर चौहान ने बताया कि टैंकलोरी नंबर डब्लू बी- 73-3707 का चालक ब्रह्मामंडल मंडल व सहचालक गणेश मंडल छापेमारी के दौरान गाड़ी छोड़कर भागने में सफल रहा। छापेमारी के दौरान एसएसबी 24 वाहिनी में कार्यरत सिपाही वाई. चौबे सिंह, विनय क्षेत्री, सीएस दुलीन, टीएस नोरेन, राहुल, विजय, दुम्भन प्रताप, अजीत सिंह, नितेश व अन्य जवान शामिल थे।

कल से खुलेंगे प्राथमिक व मध्य विद्यालय


अररिया : जिले के सभी प्राथमिक व मध्य विद्यालय 11 जून से खुल जायेंगे। यह बातें जिला प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष अब्दुल कुद्दुस ने जिला शिक्षा अधीक्षक के हवाले से दी।
विदित हो कि जिले में भीषण गर्मी के कारण 18 मई से अगले आदेश तक के लिए विद्यालय बंद कर दिये गये थे। पुन: पठन पाठन 11 जून से पूर्व की भांति शुरू हो जायेगी।

गतिरोध:ढांचागत विकास के बीच शिक्षा की चमक फीकी


-घोटाले के तले कराह रही है शिक्षा
डा.अशोक झा, अररिया : गुरम्ही खबासपुर की फुलिया का ताल्लुक महादलित समुदाय से है। उसके मां बाप निरक्षर हैं, लेकिन वह पढ़ना चाहती थी। सो गांव के स्कूल में उसका नाम लिख लिया गया। लेकिन फुलिया को इससे कोई फर्क नहीं पड़ा। वह अभी भी घर में ही रहती है। विगत कई महीने से मास्टर जी इलेक्शन में ही व्यस्त हैं, उससे पहले जनगणना के कारण पढ़ाई बंद थी। शिक्षा का अधिकार भले ही कानून बन चुका हो, फुलिया जैसी हजारों बच्चियां इस जिले में हैं, जिनकी पढ़ने की इच्छा पूरी नहीं हो रही।
बहाने हजारों हैं। शिक्षा क्षेत्र में ढांचागत विकास जरूर दिख रहा है, पर इस चमक के पीछे व्यवस्था का खोखलापन भी साफ झलकता है। हर साल हजारों बच्चे ड्राप आउट होते हैं। लेकिन बच्चों को स्कूल के प्रति आकर्षित करने की ठोस पहल नहीं होती। प्रयास केंद्र, उत्कर्ष, तालीमी मरकज ..
शिक्षा के नाम पर एक नहीं कई औपचारिकताएं जरूर होती हैं।
शिक्षा क्षेत्र में हर वर्ष सौ करोड़ से भी अधिक की राशि प्रति वर्ष खर्च होती है। लेकिन विभागीय ढिलाई की वजह से जिले में शिक्षा के घोटालेबाज भी खूब पनपे हैं।
स्कूल भवन के मामले में तो
घोटालों की पूरी श्रृंखला ही है। सौ से अधिक स्कूल बिल्डिंग के लिए हेडमास्टरों ने राशि निकाल ली, पर भवन नहीं बनाये। घोटालेबाजों ने अस्सी लाख से अधिक के चेक फर्जी तरीके से कैश करा लिए। प्राथमिकी दर्ज हुई, लेकिन कांड किसी तार्किक परिणति तक नहीं पहुंचा।
जिला शिक्षा अधीक्षक अहसन ने बताया कि ऐसे चार दर्जन से अधिक हेड मास्टरों के विरुद्ध निलंबन की कार्रवाई की गयी है, जिन्होंने पैसे निकाल कर भी भवन नहीं बनाये।
शिक्षा के अधिकार की यहां हर रोज धज्जियां उड़ती हैं। जिले में सौ से अधिक स्कूल भवनहीन व भूमिहीन
बने हैं। जरा बताएं कि यहां के बच्चे किस प्रकार अपनी पढ़ाई करते हैं?
स्थिति अराजक है। जिला मुख्यालय के भगत टोला में वर्षो पहले प्राथमिक विद्यालय स्वीकृत हुआ। मुहल्ले में बिहार सरकार की कई एकड़ जमीन भी उपलब्ध है, लेकिन विभागीय अधिकारियों ने जमीन नहीं होने का बहाना बना कर स्कूल को मुहल्ले से ही हटा दिया। इन दिनों प्रावि भगतटोला अपने मूल जगह से चार किमी दूर जयप्रकाशनगर स्थित अंबेडकर सेवा संस्थान के कैंपस में चल रहा है। जबकि वहां पहले से ही एक
स्कूल है।
जिले के स्कूलों में छात्रों की बढ़ी संख्या क मद्देनजर शिक्षक कम पड़ रहे हैं।
स्कूलों के शिक्षक गैरशिक्षक कार्य में नहीं भी लगें तो भी जिले में प्रति शिक्षक तीस छात्र का अनुपात पूरा नहीं होता।
मध्याह्न भोजन योजना में भी सबकुछ ठीकठाक नहीं है।
हाल के दिनों में जिले के एमडीएम प्रभारी पदाधिकारी
द्वारा किये गये निरीक्षण में ढेर सारे स्कूलों में एमडीएम योजना बंद मिली है। स्तरहीन भोजन व कीड़ा मिलने की शिकायत आम है। वहीं चार दर्जन से अधिक प्राथमिक व मध्य विद्यालयों में प्रभार व खाता संचालन की समस्या से एमडीएम बंद है।
माध्यमिक व उच्च शिक्षा के मामले में इस जिले के साथ भेदभाव हो रहा है। जिले में चालीस हाई स्कूल, दो अंगीभूत कालेज, तीन संबद्ध कालेज तथा एक दर्जन इंटर कालेज हैं। जानकारों की मानें तो 29 लाख की आबादी वाले इस जिले के लिए यह संख्या कम है।
वहीं, जिले में पहले से कार्यरत हाई स्कूलों का हालचाल भी ठीक नजर नहीं आता। प्रबंधन समिति विवाद के कारण भवन निर्माण, खेलकूद सामग्री खरीद, खेल मैदान विकास की लगभग ढाई करोड़ की राशि प्रबंधन वापस कर दी गयी है।

सड़क दुर्घटना में आधा दर्जन घायल


फारबिसगंज (अररिया) : एनएच 57 फारबिसगंज-अररिया मार्ग पर पोठिया गांव के निकट बुधवार की संध्या एक ट्रक तथा बैलगाड़ी की सीधी टक्कर हो गयी जिससे बैलगाड़ी पर सवार दो महिला व दो बच्चों सहित लगभग आधा दर्जन लोग जख्मी हो गये जबकि दोनों बैलों की मौत घटनास्थल पर ही हो गयी। घटना के बाद ट्रक चालक वाहन लेकर तीव्रगति से भाग गया। स्थानीय लोगों ने घायलों को रेफरल अस्पताल में भर्ती करवाया जहां से चिकित्सकों ने गंभीर रूप से जख्मी एक व्यक्ति को बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया है। सभी लोग एक शादी समारोह में शामिल होने जा रहे थे। घायलों में बसगाड़ा रामपुर निवासी मंजूला देवी (45), ममता खातुन(60), मो. उसमान(65) व दो बच्चे शामिल हैं। मो. उसमान को रेफर कर दिया गया है। दुर्घटना की सूचना संबंधित थाने को दे दी गई है।

मोटर साइकिल की टक्कर में दो घायल


नरपतगंज : नगर थाना अंतर्गत एनएच 57 पर कुसियारगांव के पास दो मोटर साइकिल की टक्कर हो गयी जिसमें पूर्णिया जा रहे पंजरकट्टा निवासी आशीष और मनीष घायल हो गये। दुर्घटना में उनकी मोटरसाइकिल भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गयी।

चुनावी रंजिश को ले मारपीट


पलासी (अररिया) : चुनावी रंजिश को लेकर रंगदारी मांगने, मारपीट व छिनतई का आरोप लगाते हुए प्रखंड के सनगोड़ा गांव निवासी अलीम ने पलासी थाना में एक नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी है। जिसमें मोकीम व मोजिद को अभियुक्त बनाया गया है।

गोलीकांड के खिलाफ माले का एक दिवसीय धरना


फारबिसगंज (अररिया) : फारबिसगंज गोली कांड के खिलाफ भाकपा माले ने गुरुवार को प्रखंड मुख्यालय परिसर में प्रखंड कमिटि सचिव गेनालाल महतो की अध्यक्षता में एक दिवसीय धरना दिया। धरना के बाद माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बीडीओ के माध्यम से एक मांग भरा ज्ञापन सौंपा गया। माले की प्रखंड इकाई द्वारा दिये गये मांग पत्र में 1981 से 1985 के बीच छोटे-छोटे गरीब किसानों की अधिगृहित जमीन का वर्तमान दर पर मुआवजा भुगतान करने,भजनपुर से रानीगंज रोड तक पुरानी पहुंच पथ को चालू करवाने, निर्दोष लोगों पर हुए मुकदमा को वापस लेने, फैक्ट्री मालिक अशोक अग्रवाल तथा डिप्टी सीएम को जांच के दायरे में लाये जाने तथा अशोक अग्रवाल को गिरफ्तार करने सहित मृतक के परिजनों को 25-25 लाख रुपये तथा घायलों को 10-10 लाख रुपया मुआवजा देने आदि की मांग शामिल है। धरना का संचालन सरयुग ऋषिदेव ने किया। वक्ताओं में नवल किशोर, कमली देवी, रामविलास यादव, जसीम आलम आदि ने सरकार के खिलाफ अपना-अपना मंतव्य रखा। इस मौके पर दर्जनों की संख्या में पार्टी कार्यकर्ता उपस्थित थे।

प्रमुख की कुर्सी को ले जोड़ तोड़ शुरू


फारबिसगंज (अररिया) : पंचातय चुनाव के उपरांत प्रखंड प्रमुख की कुर्सी पर कब्जा की तैयारी जोर पकड़ने लगी है। संभावित दावेदारों के द्वारा तोड़ जोड़ की राजनीति तेज हो गयी है। उक्त पद की दावेदारी के लिए फिलवक्त गुप्त बैठकों में ही रणनीति तय किये जाने की बात जानकार बता रहे हैं। इसके लिए धनदेवी का भी सहारा लिये जाने की बात बलवती हो रही है। अब देखना शेष है कि प्रमुख का पद किनके खाते में जा पाता है।

Wednesday, June 8, 2011

संवेदनहीन हो गई है राज्य सरकार : कैसर


अररिया : कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष महबूब अली कैसर ने कहा है कि राज्य सरकार संवेदनहीन व निरंकुश हो गई है। नीतीश सरकार अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे निहत्थे लोगों पर गोलियां बरसा रही है। महबूब अली कैसर फारबिसगंज की घटना के विरोध में 48 घंटे से समाहरणालय में जारी कांग्रेस के धरना कार्यक्रम के समापन पर बुधवार को यहां पहुंचे थे। उन्होंने फारबिसगंज जाकर भी घटना स्थल का निरीक्षण किया। इस अवसर पर श्री कैसर ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि फारबिसगंज की घटना पुलिस की बर्बरतापूर्ण कार्रवाई का नमूना है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी फारबिसगंज कांड को मानवाधिकार आयोग में ले जाएगी तथा इसे अंतरराष्ट्रीय मुद्दा बनाएगी। उन्होंने इस घटना की जांच सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश से कराने की मांग की। श्री कैसर ने कहा कि अगर 15 दिनों के अंदर फारबिसगंज कांड के मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख मुआवजा व नौकरी तथा घायलों को दो-दो लाख मुआवजा नहीं दिया गया और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो पार्टी राज्यव्यापी आंदोलन शुरू करेगी। श्री कैसर ने कहा कि इससे पूर्व नीतीश सरकार बटराहा और औरंगाबाद में भी निहत्थों पर गोलियां चलवा चुकी है। अपनी हर गलती को छुपाने के लिए केंद्र सरकार को दोषी ठहराने वाली यह सरकार जनविरोधी है तथा इसे सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं है।

जांच को भटकाना चाह रहे राजद नेता : आलोक


अररिया : उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी के खिलाफ राजद के प्रदेश अध्यक्ष अब्दुल बारी सिद्दीकी द्वारा दिए गए बयान को अररिया के भाजपा जिलाध्यक्ष ने हास्यास्पद बताया है। फारबिसगंज गोलीकाड में उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को जांच के घेरे में लेने की मांग गोली कांड की घटना को सही जांच की दिशा से भटकाने वाला है। भाजपा जिला अध्यक्ष आलोक कुमार भगत बुधवार को प्रेस वार्ता में बोल रहे थे। उन्होंने बताया कि एक जून को ही बियाडा के अधिकारी एवं ग्रामीणों के साथ हुई बैठक में रास्ता का हल निकाल लिया था तो फिर 3 जून को कौन सी ऐसी परिस्थिति आई कि निर्माणाधीन फैक्ट्री पर हमला बोला गया। अध्यक्ष ने यह भी सवाल उठाया कि भजनपुर गांव की जनसंख्या एक से डेढ़ हजार के करीब है तो फिर उक्त भीड़ में पांच हजार लोग कहा से पहुंच गए। श्री भगत ने बताया कि इस घटना के पीछे जो भी व्यक्ति का हाथ है प्रशासन उनके काले मुखौटे को बेनकाब कर सार्वजनिक करें ताकि ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि फारबिसगंज कांड के पीछे विकास विरोधी मानसिकता वाले लोगों का हाथ है।

चिकित्सक के बिना ही चल रही स्वास्थ्य सेवा


अररिया : स्वास्थ्य सेवा घोषणाओं और वायदों के मकड़जाल में फंसकर रह गयी है। सरकारी घोषणाओं से आकर्षित मरीज स्वास्थ्य लाभ के लिए अस्पताल तो पहुंचते हैं, लेकिन उन्हें सुविधाएं नही मिलती है। कभी दवा की कमी तो कभी चिकित्सकों की लापरवाही से मरीजों को हमेशा दो चार होना पड़ रहा है।
सरकार ने अस्पतालों में 113 प्रकार की दवाएं उपलब्ध कराने की घोषणा कर रखी है लेकिन आज तक सदर अस्पताल अररिया में भी 30 से 40 प्रकार से अधिक दवाएं उपलब्ध नहीं हो पाई है। पीएचसी, एडिशनल पीएचसी एवं स्वास्थ्य उपकेंद्रों में क्या सुविधा मिलती होगी, इसकी सहज कल्पना की जा सकती है। तमाम अरण्यरोदन के बावजूद इसमें सुधार नहीं हो रहा।
लेकिन इन सबसे बढ़कर आश्चर्य यह कि जिले में जितनी संख्या अस्पतालों की है, उसकी एक चौथाई संख्या भी डॉक्टरों की नहीं।
जिले में एक सदर अस्पताल, तीन रेफरल अस्पताल, 9 पीएचसी, 32 अतिरिक्त उप स्वास्थ्य केंद्र एवं 199 स्वास्थ्य उप केंद्र हैं, लेकिन इन अस्पतालों में सेवा देने के लिए कुल 60 चिकित्सक हैं, जिनमें 15 कंट्रैक्ट वाले हैं।
इससे भी अधिक आश्चर्य यह कि 28 लाख से अधिक की आबादी पर महज एक महिला चिकित्सक हुस्नेआरा बहाज पदस्थापित हैं। उन पर सदर अस्पताल अररिया में डीएस का पदभार भी है।
सदर अस्पताल अररिया में ग्रेड वन नर्स के 55 पद सृजित हैं, लेकिन मात्र 3 नर्स के भरोसे ही अस्पताल का कार्य चल रहा है।
सदर अस्पताल में लाखों की कीमत की अल्ट्रा साउंड मशीन जंग खा रही है लेकिन तकनीशियन व डॉक्टर की कमी के कारण आज तक किसी भी मरीज को इसका लाभ नही मिल पाया।
जिले के अस्पतालों में प्रतिवर्ष डाग बाइट के 20 हजार रोगी दवा के लिए पहुंचते हैं, लेकिन इनमें बामुश्किल पांच से सात हजार रोगियों को ही समय पर दवा मिल पाती है।
वहीं, डाग बाइट व स्नेक बाइट की दवाओं की पोटेंसी एवं गुणवत्ता पर भी यदा कदा सवाल उठते रहे हैं। दो वर्ष पूर्व स्नेक बाइट में एक युवक की मौत के बाद खूब हो हल्ला हुआ था और सर्पदंश की दवा की क्वालिटी पर गंभीर सवाल उठे थे, लेकिन मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।

पीपी पद पर कार्य संपादन का मामला उलझा


अररिया : स्थानीय न्यायालय के विभिन्न सेशन कोर्ट में सरकार की ओर से प्रतिनिधित्व करने वाले पी.पी. पद पर कार्य करने का मामला उलझता जा रहा है। बुधवार को जिला प्रशासन द्वारा तदर्थ रूप से पी.पी. पद पर नियुक्त लक्ष्मी नारायण यादव ने विभिन्न मामलों में सरकार की ओर से कोर्ट में अपना पक्ष रखा।
जानकारी के अनुसार राज्य सरकार द्वारा तीन वर्ष पूर्व अररिया के अधिवक्ता केएन. विश्वास को लोक अभियोजक पद पर नियुक्त किया गया था। उनका कार्यकाल 02 मार्च 11 को समाप्त हो गया है। कार्यकाल समाप्ति के करीब तीन महीने बाद जिला प्रशासन ने केएन. विश्वास को पिछले 03 जून को पत्र भेजा, जिसमें तदर्थ रूप से नियुक्त पी.पी लक्ष्मी नारायण यादव को प्रभार सौंपने का उल्लेख है।
परंतु श्री विश्वास ने उसी दिन अररिया के वरीय अधिवक्ता सह एपीपी महेश्वर प्र. शर्मा को पत्र भेजा, जिसमें सरकार की ओर से अभियोजन कार्य निष्पादन का अनुरोध किया गया। तत्पश्चात श्री शर्मा कई दिनों तक इंचार्ज पी.पी के रूप में कार्य निर्वहन करते रहे।
उधर जिला प्रशासन द्वारा तदर्थ रूप से पी.पी पद पर नियुक्त लक्ष्मी नारायण यादव ने बुधवार को अपर जिला एवं सत्र न्यायालय में लंबित विभिन्न मामलों में सरकार की ओर से पक्ष रखा। वहीं इंचार्ज पी.पी महेश्वर प्र. शर्मा ने भी उक्त कोर्ट में अपनी मौजूदगी दर्ज कराई।
उल्लेखनीय है कि विगत में पी.पी के अनुपस्थित रहने पर अपर लोक अभियोजकों में से लक्ष्मी नारायण यादव, महेश्वर प्र. शर्मा, मो. अफरोज आलम, श्याम लाल यादव आदि ने इंचार्ज पी.पी के रूप में कार्य किया है।
इधर अधिवक्ताओं के बीच इंचार्ज पी.पी व जिला प्रशासन द्वारा तदर्थ रूप से नियुक्त पी.पी को ले चर्चा गर्म रही।

शपथ ग्रहण पर रोक लगाने की मांग


अररिया : प्रखंड क्षेत्र के ग्राम पंचायत किस्मत खबासपुर की एक मुखिया प्रत्याशी शबनम खातून ने जिला पदाधिकारी से नव निर्वाचित मुखिया के शपथ ग्रहण पर रोक लगाने की मांग की है। श्रीमती खातून ने यह मांग चुनाव आयोग बिहार से भी की है। जिला पदाधिकारी को सौंपे गए मांग पत्र में श्रीमती खातून ने कहा है कि वर्तमान मुखिया अन्य पंचायतों के फर्जी मतदाताओं से मतदान करा कर विजयी घोषित हुई है। इस मुद्दे पर चुनाव के पहले से ही वह लगातार शिकायत कर रही हैं। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर जिला पंचायत राज पदाधिकारी द्वारा जांच भी की जा रही है। जांच रिपोर्ट आने तक वर्तमान मुखिया के शपथ ग्रहण पर रोक लगाई जाए ताकि सच्चाई सामने आ सके ।

प्रखंड कार्यालय से नाजायज कर्मियों को हटाएं: विधायक


जोकीहाट (अररिया) : प्रखंड कार्यालय जोकीहाट में नाजायज रूप से गैर सरकारी लोगों से कार्य लेने की शिकायत पर विधायक सरफराज आलम ने ऐसे कर्मियों को अविलंब हटाने का निर्देश बीडीओ मो. सिकंदर को दिया है।
इस संबंध में श्री आलम ने बताया कि प्रखंड में अभी भी बिचौलियों का राज कायम है। उन्होंने इंदिरा आवास, मनरेगा, वृद्धापेंशन का लाभ शीघ्र जनता तक पहुंचाने का निर्देश बीडीओ को दिया। श्री आलम ने 2002 से 2005 तक काम के बदले अनाज योजना में डीलरो द्वारा गड़बड़ी के मामले में जांच कर कार्रवाई करने का निर्देश बीडीओ को दिया।

अपराधी पकड़ाया


फारसिबगंज(अररिया) : ट्रेन में लूटकांड के एक अभियुक्त को सिमराहा थाना पुलिस ने बुधवार को काफी मशक्कत के बाद गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार रामपुर दक्षिण निवासी मो. रूस्तम जोगबनी रेल थाना कांड संख्या 88/06 का मुख्य अभियुक्त है। वह ट्रेन से लौट रहे वादी को स्टेशन के समीप हथियार के बल पर लूटपाट किया था। बुधवार को गुप्त सूचना के आधार पर सिमराहा थानाध्यक्ष नवीन कुमार, भागीरथ प्रसाद के द्वारा अपराधी को खदेड़कर पकड़ा गया।

बिहार सरकार की जांच पर भरोसा नहीं : रंजीता


फारबिसगंज(अररिया) : फारबिसगंज पुलिस फायरिंग में मृतक के परिजनों से मिलने पहुंची कांग्रेसी नेता सह पूर्व सांसद रंजीता रंजन ने कहा है कि गोलीकांड में बिहार सरकार की जांच पर उन्हें विश्वास नहीं है। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नेताओं की मिलीभगत से फारबिसगंज की घटना को अंजाम दिया गया। श्रीमती रंजन ने कहा कि कटिहार एमएलसी अशोक अग्रवाल के माध्यम से जमीनों पर कब्जा कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2008 से अब तक यह तीसरी घटना है जहां अशोक अग्रवाल की भूमिका रही है। उन्होंने कहा कि सुशील मोदी उन्हीं के यहां आकर ठहरते हैं और खाना खाते हैं। श्रीमती रंजन ने दोषी अधिकारियों पर हत्या का मुकदमा चलाने की मांग की। साथ ही कहा कि वर्षो से उपयोग हो रही सड़क को ही ग्रामीणों को आने- जाने के लिए दिया जाए। उन्होंने कहा कि मांग पूरी नहीं होने पर कांग्रेस इस लड़ाई को लंबे समय तक चलाएगी। उन्होंने फारबिसगंज एसडीओ को घटना का जिम्मेदार ठहराते हुए हत्या का मुकदमा चलाने के लिए गवर्नर से मिलने की बात कही। उनके साथ बड़ी संख्या में कांग्रेसी नेता मौजूद थे।

फारबिसगंज की घटना सरकार की निरंकुशता का परिचायक : महबूब


फारबिसगंज : महबूब अली कैसर ने बुधवार को फारबिसगंज घटनास्थल का मुआयना किया तथा पीडि़तों से मुलाकात भी किया। उन्होंने कहा कि राज्य में अल्पसंख्यक सुरक्षित नहीं है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार निरंकुश हो गई है। इस घटना से अपने आप को बिहारी कहने पर शर्म महसूस होती है। उन्होंने बिहार सरकार द्वारा मामले की जांच करने पर असंतुष्टि जताते हुए कहा कि न्यायिक जांच तो मामले को ठंडे बस्ते में डालने के लिए होता है। हालांकि उन्होंने मामले की जांच उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश से कराने की मांग की। श्री कैसर ने पत्रकारों से कहा कि विवादित सड़क पर ग्रामीणों का हक है। उक्त सड़क सरकारी राशि से निर्मित है। उन्होंने कहा कि कटिहार के एमएलसी अशोक अग्रवाल द्वारा यह कार्रवाई कराई गई है जिन पर कटिहार में भी हत्या का मुकदमा चल रहा है। श्री कैसर के साथ कसबा विधायक मो. आफाक आलम, विधायक जावेद, कोढ़ा के पूर्व विधायक सुनीता देवी, डा. शकील अहमद, जिलाध्यक्ष भारतेंदु यादव, पूर्व मंत्री हरि प्रसाद वैश्यंत्री, अनिल सिन्हा, शाद अहमद, आबिद हुसैन,आवेश यासीन, अनिल सिन्हा, सदरे आलम, शंकर साह, शशिभूषण झा, विजय यादव, विपिन सम्राट, सुधाकर ठाकुर, रजी अहमद समेत सैकड़ों लोग मौजूद थे।

कई कांडों में वांछित गिरफ्तार


फारबिसगंज (अररिया) : लूट, छिनतई सहित कई अन्य आपराधिक मामलों में अभियुक्त रहे एक अपराधी को सिमराहा थाना की पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। गिरफ्तार अपराधी ताराबाड़ी थाना के बीडी भोजपुर गांव निवासी बिनोद राठोर को पुलिस ने बुधवार को न्यायिक हिरासत में अररिया भेज दिया। सिमराहा थानाध्यक्ष नवीन कुमार गिरफ्तारी की पुष्टि की है।

स्नातक खंड दो की प्रायोगिक परीक्षा 11 जून से


फारबिसगंज (अररिया) : स्नातक खंड दो की प्रायोगिक परीक्षा फारबिसगंज कॉलेज केंद्र में आगामी 11 जून से आयोजित होगी। जिसका ग्रुप चार्ट 09 जून को कॉलेज के सूचना पट्ट पर प्रकाशित कर दिया जाएगा। यह जानकारी परीक्षा नियंत्रक प्रो. दीपक कुमार सिन्हा ने बुधवार को दी।

युबीजीबी शाखा में कोर बैंकिंग प्रणाली चालू


फारबिसगंज (अररिया) : उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक की फारबिसगंज शाखा में कोर बैंकिंग प्रणाली का मंगलवार को शुभारंभ किया गया।
शाखा प्रबंधक गंगेश झा ने बताया कि इस प्रणाली के चालू हो जाने से ग्राहकों को आधा घंटे के अंदर ड्राफ्ट निर्गत किए जाने के साथ ही अन्य कई बेहतर सुविधा उपलब्ध होने लगेगी। इस मौके पर कैशियर कमलानंद झा, जगदीश प्रसाद गुप्ता, विद्यानंद विश्वास समेत कई ग्राहक उपस्थित थे।

ससुर को गोली मारने के मामले में दामाद पर प्राथमिकी


जोकीहाट (अररिया) : जोकीहाट थानाक्षेत्र के बगडहरा पंचायत अंतर्गत गम्हरिया गांव में मंगलवार को दामाद ने ससुर को गोली मार दी। इस मामले में जख्मी ससुर नुरूद्दीन के पुत्र महबूब आलम ने अपने जीजा सोहेल को नामजद अभियुक्त बनाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई है। गोली लगने से जख्मी नुरूद्दीन की स्थिति अभी भी नाजुक बनी है।

सवारी गाड़ी की चपेट में बच्ची की मौत


ताराबाड़ी (अररिया) : अररिया-कुर्साकांटा मार्ग के रामपुर-मोहनपुर पश्चिम पंचायत के बोची चौक के समीप सवारी गाड़ी की चपेट में आने से एक दस वर्षीया लड़की की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार डीहा कमलदाहा निवासी मो. नबीर की बेटी तराना अपनी चचेरी बहन की ससुराल बोची आई थी। बुधवार की सुबह आठ बजे बगल में अपने मामा के घर जा रही थी। इसी बीच अररिया की ओर जा रहे सवारी गाड़ी बीआर 11ई 2435 ने उसे कुचल दिया। ग्रामीणों द्वारा अररिया लाने के क्रम में उसकी मौत हो गई। गाड़ी व ड्राइवर को ग्रामीणों ने पकड़ लिया गया। मौके पर बैरगाछी थाना पुलिस ने पहुंचकर मामले की जानकारी ली। वही ग्रामीण मो. कलीम, सरपंच साबरा खातुन, नबी हसन आदि ने मुआवजे की मांग की है।

नैतिक मूल्यों के प्रसार पर दिया बल


अररिया : अररिया आर.एस. स्थित प्रजापिता ब्रह्माकुमारी राजयोग गीता पाठशाला में पधारे पूर्णिया के जिला आपूर्ति पदाधिकारी संजय उपाध्याय को परमपिता शिव का संदेश सुनाने के बाद बीके उर्मिला बहन ने ईश्वरीय सौगात भेंट स्वरूप दी।
श्री उपाध्याय ने इस ईश्वरीय विश्व विद्यालय के मिशन की तारीफ की और गांव-गांव में जाकर लोगों को नैतिक मूल्यों का पाठ पढ़ाने तथा सभी को परमात्मा का यथार्थ परिचय देने पर बल दिया।

अररिया : नवनिर्वाचित प्रतिनिधियों का शपथ ग्रहण 14 से


अररिया : पंचायत चुनाव 2011 में निर्वाचित हुए जनप्रतिनिधियों का शपथ ग्रहण 14 जून से प्रारंभ होगा। उक्त जानकारी देते हुए प्रखंड विकास पदाधिकारी अररिया नागेश्वर पासवान ने बताया कि चार-चार पंचायतों का तिथि वार कलस्टर बनाकर शपथ ग्रहण कराया जाएगा एवं उसी दिन उप मुखिया, उपसरपंच का भी चुनाव करा दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रखंड प्रमुख व उपप्रमुख के चुनाव की तिथि 21 से 25 जून के बीच निर्धारित की जाएगी।

योजनाओं को लेकर की गई समीक्षा बैठक


अररिया : प्रखंड कार्यालय अररिया में बुधवार को पंचायत सचिवों की साप्ताहिक बैठक आयोजित की गई, जिसमें इंदिरा आवास, पेंशन योजना, छात्रवृत्ति सहित अन्य योजनाओं की समीक्षा की गई। हर माह के 15 एवं 30 तारीख को प्रखंड में लगने वाले विशेष विकास शिविर को लेकर भी चर्चा की गई। प्रखंड विकास पदाधिकारी नागेश्वर पासवान ने बताया कि विकास शिविर में सांसद, विधायक एवं विधान पार्षद भी शामिल होंगे। बैठक में राशन केरोसीन कूपन वितरण की भी समीक्षा की गई। बैठक में मौजूद प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी मो. नासिर ने बताया कि नगर के विभिन्न वार्डो एवं प्रखंड के पंचायतों में कूपन वितरण तेजी से किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जून 2011 से मई 2012 तक का कूपन वितरित किया जा रहा है।

टिकट वापसी की मांग को ले रेल यात्रियों ने स्टेशन पर मचाया हंगामा


- सहरसा में ट्रेन छूटने के बाद फारबिसगंज स्टेशन पहुंच कर काटा बवाल
फारबिसगंज (अररिया) : अत्यधिक भीड़ के कारण सहरसा में जनसेवा एक्सप्रेस ट्रेन पर नहीं चढ़ पाने से आक्रोशित रेल यात्रियों ने सोमवार की रात व मंगलवार की सुबह फारबिसगंज स्टेशन पहुंचकर जमकर हंगामा मचाया। हालांकि बाद में स्टेशन अधीक्षक बीपी यादव के निर्देश पर सभी यात्रियों को टिकट के पैसे वापस किये गये तब जाकर सभी शांत हुए। सभी रेल यात्री फारबिसगंज के ग्रामीण क्षेत्रों के निवासी थे जो मजदूरी एवं रोजगार के लिये जालंधर व पंजाब जाने के लिये ट्रेन पकड़ने सहरसा पहुंचे थे। यात्रियों ने बताया कि वे लोग पांच जून को अंबाला, जालांधर आदि जगहों पर जाने के लिये टिकट खरीदे। लेकिन सहरसा में अत्यधिक भीड़,अफरा-तफरी व भगदड़ के कारण जनसेवा एक्सप्रेस ट्रेन नहीं पकड़ सके। इसके बाद स्टेशन पर उनके टिकट भी वापस नहीं लिये गये,जबकि उनसे प्रति टिकट 40 रूपये अधिक लिये गये थे। उसके बाद वे लोग फारबिसगंज रेलवे स्टेशन लौट गये। जहां टिकट वापसी की मांग को लेकर वे लोग स्टेशन पर जमकर बवाल काटा। जानकारी के अनुसार स्टेशन के यूटीएस तथा पीआरएस काउंटर पर भी यात्रियों ने तोड़-फोड़ का असफल प्रयास किया। जिस कारण रेलवे स्टेशन पर घंटो उहापोह की स्थिति बनी रही। बाद में स्टेशन प्रशासन द्वारा समझाने-बुझाने तथा 40 रु. प्रति टिकट कम राशि के साथ टिकट वापस लेने के बाद रेल यात्री शांत हुए। रेल यात्री सुनील पासवान, जयकांत ऋषिदेव, लकवी ऋषिदेव, मनोज कुमार, दिनेशा ऋषिदेव, उपेन्द्र राम सहित कई रेल यात्रियों ने बताया कि स्टेशन काउंटर पर प्रति टिकट अधिक राशि लेकर टिकट दिया गया था। वहीं स्टेशन अधीक्षक वीपी यादव ने रेल यात्रियों से अधिक राशि लेने की बात से इनकार करते हुए कहा कि वरीय रेल पदाधिकारियों से बातचीत के बाद यात्रियों का टिकट वापस लेकर राशि लौटा दी गई।

मौत से उठे बवंडर में फंसी क्षेत्र के विकास की लौ


- फैक्ट्री निर्माण पर लगा प्रश्न चिन्ह, रोजाना 800 टन मक्का की होती खपत
विजय कश्यप / फारबिसगंज (अररिया) : पिछड़ेपन के लिये आदर्श माने जाने वाले सीमावर्ती फारबिसगंज सहित कोसी-सीमांचल में हरित क्रांति की आशाएं धूमिल होती दिख रही है। स्टार्च फैक्ट्री से इस क्षेत्र में हजारों लोगों को प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष तौर पर रोजगार मिलने की संभावनाएं यहां क्षीण होती नजर आ रही है। बियाडा की जमीन पर निर्माणाधीन स्टा्रर्च फैक्ट्री के बीचो-बीच सार्वजनिक सड़क की मांग को लेकर तीन जून को ग्रामीणों तथा पुलिस के बीच हुई हिंसक झड़प और फिर पुलिस फायरिंग में चार ग्रामीणों की मौत से उठे बवंडर में उम्मीदों का दम घूटने लगा है। स्टार्च फैक्ट्री के पूरा होने पर प्रश्न चिन्ह लग गया है। दिसंबर 2011 से फैक्ट्री में स्टार्च (ग्लूकोज) बनाने का लक्ष्य निर्धारित था जो अब लक्ष्य से पीछे चला गया है।
सड़क मांग को लेकर तीन जून से पूर्व भी करीब चार बार निर्माणाधीन फैक्ट्री परिसर में आस-पास के ग्रामीणों तथा फैक्ट्री कर्मचारियों के बीच झड़प हो चुकी है।
ओरो सुंदरम इंटरनेशनल प्राइवेट लि. द्वारा करीब 130 करोड़ रुपये की लागत से ग्लूकोज बनाने की फैक्ट्री लगाई जा रही है। कंपनी के निदेशक अशोक चौधरी बताते है कि मक्का से ग्लूकोज बनाया जाएगा तथा तीन मेगावाट बिजली भी उत्पादन होगा। जिसके लिये पहले फेज में प्रतिदिन 300 टन मक्का की खपत होनी है। उत्पादन को विस्तार देने के बाद दूसरे फेज में 500 टन तथा तीसरे फेज में 800 टन मक्का के खपत से लिक्विड ग्लूकोज बनाने की योजना है। जिससे क्षेत्र के किसानों की आर्थिक स्थिति सुधरेगी तथा इस अति पिछड़े क्षेत्र में विकास की संभावनाओं को आधार मिलेगा। लेकिन ताजा घटना क्रम से इन सभी उम्मीदों को गहरा झटका लगा है। परियोजना पर सवाल खड़ा हो गया है। कंपनी के निदेशक श्री चौधरी ने कहा कि ऐसे हालत में फैक्ट्री में आगे का काम करना मुश्किल हो गया है। फैक्ट्री निर्माण को पूरा करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अब फिलहाल कोई अंतिम निर्णय नही लिया गया है। कहा कि फैक्ट्री का काम बंद कर वे वापस जा सकते है।
दरअसल बियाडा के द्वारा 1980-81 में औधोगिक क्षेत्र विकसित करने के लिये किसानों की जमीन अधिग्रहित किया था। वर्ष 2009 में कंपनी को 35.65 एकड़ जमीन फैक्ट्री लगाने हेतु बियाडा द्वारा लीज पर दिया गया था। इसी जमीन पर बनी एक सड़क से आसपास के ग्रामीण शहर की और वर्षो से आते-जाते रहे हैं। बीते एक जून को बियाडा अधिकारियों ने ग्रामीणों के साथ बातचीत कर फैक्ट्री के ठीक बगल से अर्थात पहले की सड़क से महज तीन सौ मीटर दूर स्थित एक अन्य सड़क से आने-जाने पर समझौता हो गया था। लेकिन कुछ लोगों की निजी स्वार्थ ने तीन जून को स्थित ही बदल दी और विकास की संभावनाओं को झटका दे दिया।

फैक्ट्री चाहिए या नहीं : निदेशक


फारबिसगंज (अररिया) : फारबिसगंज में बियाडा की जमीन पर निर्माणाधीन स्टार्च फैक्ट्री में आगे का काम रूक जाने की आशंका बन गई है। ओरो सुंदरम इंटरनेशनल प्रा. लि. के निदेशक अशोक चौधरी ने कहा कि जो हालात बन गये हैं उसमें फैक्ट्री निर्माण का काम संभव नही है। वे काम बंद करने की सोच रहे है। उन्होंने कहा कि यह स्थानीय लोगों व समाज को सोचना है कि उन्हें फैक्ट्री चाहिए कि नही, विकास चाहिये कि नही? श्री चौधरी ने कहा कि खपत को देखते हुए क्षेत्र में मक्का का इतना अधिक उत्पादन होता कि यह पिछड़ा इलाका हरित क्रांति का उदाहरण बन जाता। किसानों की माली हालत सुधरती और स्थानीय लोगों को बड़े पैमाने पर रोजगार मिलता। लेकिन जो तनाव बन गया है उसमें काम नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों के सहयोग के बिना फैक्ट्री नही लगाई जा सकती है। यह एक टीम वर्क है। उन्होंने कहा कि यहां वे झगड़ा नही बल्कि सहयोग की मानसिकता लेकर आये थे। हालांकि श्री चौधरी ने पुलिस फायरिंग में चार लोगों की मौत पर दुख प्रकट किया और गहरी संवेदना प्रकट की। कहा कि वे इस घटना से हत्प्रभ हैं कि आखिर कैसे इतनी बड़ी घटना घटी। उन्होंने कहा कि वे पूर्व से स्थानीय समाज से सहयोग की अपील करते आ रहे है।

कोर बैंकिंग सेवा शुरू


जोगबनी (अररिया) : कोसी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक जोगबनी में कोर बैकिंग सेवा बहाल हो गई है। सोमवार को बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक अनिल कुमार सिंह ने इसका उद्घाटन किया।
उन्होंने कहा कि अररिया जिले के तीन तथा किशनगंज के बहादुरगंज व तुलसिया ब्रांच को भी कोर बैकिंग सेवा से जोड़ा गया है। इस मौके पर शाखा प्रबंधक, कर्मी राजेश पूर्वे, सुनील सिंहा सहित कई लोग उपस्थित थे।

सुलह से इंकार पर हत्या की धमकी


अररिया : रामपुर बसगड़ा गांव की एक दलित महिला द्वारा दायर लंबित मामले में जबरन सुलहनामा लगाने की दबाव से इंकार करने पर घर के परिजनों को हत्या कर देने की धमकी दी गई है। इस संबंध में केश नंबर 1843 सी/10 में अभियोगी बनी शांति देवी की पुत्री चन्द्रावती कुमारी ने शनिवार को कोर्ट में आवेदन दाखिल किया है तथा न्याय की गुहार लगाई है।
अररिया के प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी एसके राय के यहां लंबित इस मामले में चन्द्रावती ने आरोप लगाया है कि केश नंबर 1843सी/10 के आरोपी विश्वनाथ मेहता के विरुद्ध कोर्ट से वारंट निर्गत है। जिस कारण मामले के आरोपियों द्वारा उसकी मां शांति देवी को डरा धमका कर मुकदमा में सुलहनामा लगाने की धमकी दी जा रही थी।

गतिरोध के लिए


सूख रही हैं सीमांचल की नदियां
-नदियों के सूखने से बदल रहा पर्यावरण
-कोसी प्लान की एक दर्जन नदियां सूख चुकी हैं
-परमान कनकई महानंदा फ्लड प्लान की नूना नदी भी सूखी
डा.अशोक झा, अररिया : आश्चर्य की बात है कि हिमालय की गोद में बसे सीमांचल में नदियां सूख रही हैं और उससे भी अधिक आश्चर्य की बात यह है कि इस दिशा में सत्ता व शासन तंत्र खास ध्यान नहीं दे रहे। स्वयंसेवी संगठन भी चुप हैं, राजनेताओं की ओर से भी कोई पहल नहीं हो रही।
नदियों के सूखने से बदल रहा पर्यावरण नदियों के सिकुड़ने से इलाके का पर्यावरण तेजी से बदल रहा है तथा विगत सात वर्ष में एक दर्जन से अधिक बार चक्करदार कातिल तूफान अपना खौफनाक चेहरा दिखा चुके हैं। जिनमें जान माल की जबर्दस्त हानि हो चुकी है।
जानकारों की मानें तो क्षेत्र में बड़े पैमाने पर पेड़ों की कटाई से इलाके के पर्यावरण पर गहरा कुप्रभाव पड़ा है। खासकर नेपाल की तराई में हुए वनविनाश ने इलाके के मौसम चक्र में ही बदलाव शुरू कर दिया है। इस बदलाव की परिणति क्या होगी, यह तो खुदा ही जाने। तराई सहित जिले की उत्तरी फिजां में छाई गहरी धुंध ने न केवल हिमालय की पहाड़ियों के खूबसूरत बैकड्राप दृश्यावली को हमसे छीन लिया है, बल्कि मौसम में उमसभरी गर्मी भी ला दी है।
वृक्ष कटाई से नदियां हुई स्वच्छंद --
पेड़ों के कट जाने से नदियां स्वच्छंद हो गयी हैं तथा अपने जलग्रहण क्षेत्र में पहाड़ियों से भारी मात्रा में अनुर्वर सिल्ट ला रही हैं। यह सिल्ट खेतों में बिछ रहा है। विगत कोसी प्रलय ने तो खेतों में सिल्ट डिपाजीशन की इस प्रक्रिया को और तेज कर दिया। खेतों में जगह जगह सिल्ट व सतुआ बालू के टीले बन गये। इन टीलों पर पड़ कर सूर्य की तेज किरणें वायुमंडल में लो प्रेशर जोन बनाती हैं, जिससे इलाके में चक्रवाती तूफान बढ़ गए हैं।
नदियों के सूखने का कारण है वृक्षों की कटाई-
वहीं, जानकारों का मानना है कि हिमालय में हुए वृक्ष संहार के कारण अररिया व आसपास की नदियां सूख रही हैं तथा भूतल जल स्तर नीचे जा रहा है।
कोसी फ्लड प्लान की एक दर्जन नदियां सूखी -
जिले के पश्चिम में स्थित कोसी फ्लड प्लान की एक दर्जन से अधिक नदियां सूख गई हैं। इन नदियों में कजरा, कमला, कमताहा, कारी कोसी, सीता, गेरुवा, नितिया, चक्कर, लछहा, बुढ़कोसी, बूढ़ी, हिरण, बिनैनियां आदि शामिल हैं।
वहीं, पानी के मामले में अधिक संपन्न परमान कनकई महानंदा प्लान की नूना जैसी नदी के सूख जाने से सब के कान खड़े हो गए हैं।
इस संबंध में अगर पर्यावरण विशेषज्ञों की मानें तो सिल्ट के कारण नेपाल की पहाड़ियों में नदियों के सोर्स सिकुड़ रहे हैं।