Saturday, July 7, 2012

फारबिसगंज को अब तक नही मिला मास्टर प्लान


फारबिसगंज (अररिया) : डेढ़ सौ वर्ष से भी अधिक पुराने शहर फारबिसगंज में नगरपालिका बने एक सौ वर्ष से अधिक समय बीत चुका है। शहरी क्षेत्र के विकास के नये-नये दावे भी किए जाते रहे हैं। लेकिन सौ वर्ष के बाद भी शहर को विकसित करने और जल निकासी जैसे मूलभूत समस्या के लिए कोई मास्टर प्लान नही है। शहर का विकास बेतरतीब तरीके से जैसे-तैसे बिना किसी योजना के होता जा रहा है। वहीं जल निकासी के लिए भी कोई सुदृढ़ मास्टर प्लान नही है। शहर में पूर्व से बने नाले रख-रखाव के अभाव में तथा गुणवत्ताहीनता के कारण समय से पहले हीं टूटता जा रहा है। जल निकासी के लिए बन रहा मेन ड्रेन विवादों में घिरने के साथ हीं निर्माण कार्य रूका हुआ है। शहर में साफ-सफाई व्यवस्था कमजोर है। जल निकासी के बहाव मार्ग में मिट्टी भरकर घर बनाये जा रहे हैं। कुल मिलाकर कोई योजना नही है। इस बारिश के मौसम में भी शहरवासियों को जल जमाव की समस्या से रूबरू होना पड़ेगा।
क्या कहते हैं अधिकारी:
नप के कार्यपालक पदाधिकारी गिरिजानंद कापड़ी बताते हैं कि बोर्ड की बैठक में शहर की समस्याओं पर विमर्श कर निराकरण का प्रयास किया जाता है। लेकिन शहर के विकास के लिए भविष्य को कोई मास्टर प्लान फिलहाल नही है। हालांकि विकास कार्य, निर्माण कार्य जारी है।
क्या कहती हैं मुख्य पार्षद: फारबिसगंज नप की मुख्य पार्षद वीणा देवी बताती है कि जल निकासी के लिए विस्तृत योजना पर विमर्श कर इसे लागू किया जायेगा। सरकार से राशि मिलने पर शहर वासियों को कई सुविधाएं मिलेगी। हालांकि उन्होंने कहा कि बगैर किसी प्लानिंग के क्षेत्र में मिट्टी भराई तथा मकान बनाये जाने से समस्या गंभीर होती जायेगी। इसलिए इस पर रोक लगाया जायेगा। हालांकि उन्होंने शहरी क्षेत्रफल के विस्तार पर कोई मास्टर प्लान होने से इंकार किया।
बहरहाल सौ साल के शहर को आज भी एक मास्टर प्लान की तलाश है ताकि इसका सुनियोजित विकास हो सके।

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