Saturday, July 7, 2012

जलसा शायरे इस्लाम कासीर ख्बानी को दी गई श्रद्धांजलि


अररिया : बिहार के नामी शख्सियत मशहूर शायर शायरे इस्लाम मौलाना गुलाम ख्बानी कासीर भागलपुरी को श्रद्धांजलि देने के लिए एक शाम एक जलसे का आयोजन किया गया। अररिया प्रखंड के मटियारी चौक पर एक ताजीयाती प्रोग्राम का आयोजन इसलाहे मआशरा तंजीम के जिलाध्यक्ष मौलाना हदीशुल्लाह भागलपुरी की सदारत में आयोजित की गई। इस मौके पर जिले के नामी गिरामी उलमा हजरात के अलावा इलाके के लोग बड़ी संख्या में मौजूद थे। तंजीमे फलाहे मिल्लत के सचिव मौलाना जुबैर अहमद मोजाहीरी ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि आवाज के जादूगर तरन्नुमे शहंशाह आज हमारे बीच नहीं है। उनकी मृत्यु 21 जून को 70 वर्ष की आयु में हो गई। उनको सुनने के लिए लोग बेताब रहते थे। उनका यह कलाम आज भी लोग गुनगुनाते हैं।
हम गुनहगार हैं, अपनी कमली में मुझको दुनियां की दौलत नहीं चाहिए। बस खुदा और खुदा का नबी चाहिए। इस ताजीयाती इजलास को मौलाना गुलाम रब्बानी नासीर, मौलाना हमीदुल्लाह, मौलाना मोहसिन, मुफ्ति सादून नजीब, खतीब हैदर, मो. मासूक, मो. मासूम, रमजान अली मुफ्ति एहतशामूल हक, हारूण रशीद गाफिल एवं मो. नाफेह ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर मौलवी हदीशुल्लाह नसर भागलपुरी द्वारा लिखित पुस्तक इसलाहे उम्मत का उलमाओं ने विमोचन किया।

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