Saturday, July 7, 2012

जिसकी जहां चली उसी ने लगा दिया सोलर


अररिया : जिसकी जहां चली उसी ने लगा दिया सोलर। कहीं पंचायत समिति ही सप्लायर बन गए तो कहीं बिचौलियों ने काटी चांदी। किसी प्रखंड में किशनगंज की पार्टी का जोर रहा तो कहीं पटना की एजेंसी के नाम पर मुख्यालय के लोगों ने बिचौलियागिरी की।
जिले में बीस करोड़ के सोलर लाइट घोटाले की यह कड़वी सच्चाई है। अररिया प्रखंड में पंचायत समिति सदस्य ने ही कई पंचायतों में सोलर लाइट सप्लाई करवा दी। बदले में उन्होंने मोटा कमीशन कमाया। मतलब न हींग लगे न फिटकिरी रंग भी आए चोखा। इसी प्रकार रानीगंज प्रखंड में एक पंचायत समिति के पति सह पूर्व पंचायत समिति ने धड़ल्ले से पंचायतों में सोलर लाइट बेची। कहा जाता है कि सोलर लाइट बाबा की कृपा से बीते पांच साल में उक्त पंचायत समिति सड़कपति से करोड़पति बन गये। दीगर बात है कि इस प्रखंड में सोलर लाइट के पोल गड़े लेकिन इसकी दूधिया रोशनी देखने के लिए आंखें तरस गयी। अनियमितता की कहानी यहीं खत्म नहीं होती। जिले के किसी पंचायत में सोलर लाइट 46 हजार में खरीदी गई तो कहीं महज 18 हजार रुपये में। यह सारी खरीदारी बीते पांच सालों के दौरान हुई। सोलर लाइट में घोटाले और अनियमितता को देखते हुए सरकार ने 13वीं वित्त आयोग की राशि खर्च करने का सर्कुलर हर पंचायत को दिया। लेकिन सोलर लाइट में मोटी कमाई देख पंचायत के मुखिया ने नियमों को ताक पर रख लाइट लगवा लिये। लाइट के खेल में सिकटी से लेकर नरपतगंज तक के मुखिया शामिल हैं।
इधर जिले में घपले की खबर पाकर जिलाधिकारी ने इस मामले की गहन छानबीन के लिए कमर कस ली है। इसको लेकर जांच कमेटी बना दी गयी है।

0 comments:

Post a Comment