Friday, July 6, 2012

न चिकित्सक न दवाई, फिर भी दर्जा अस्पताल का


बसैटी (अररिया) : स्वास्थ्य विभाग में सुधार के दावों के बीच एक ऐसा भी अस्पताल है जहां न चिकित्सक हैं न दवाई। रानीगंज प्रखंड के गीतवास बाजार सहित अतिरिक्त स्वास्थ्य का भवन खंडहर में तब्दील हो गया है। हालांकि इस केंद्र पर यदा-कदा एएनएम व नर्स दिखाई पड़ती है।
ग्रामीण रामचंद्र चौधरी, अनिल साह, दीपक साह आदि का कहना है कि इस अस्पताल से लोगों को कोई लाभ नहीं मिलता है। भवन अनाज का बोरी रखने एवं रेन बसेरे के काम आ रहा है। देखरेख के अभाव में भवन जर्जर होता जा रहा है। इस केंद्र पर न तो दवाई दी जाती है और ना ही चिकित्सक आते हैं जबकि चार स्वास्थ्य कर्मी पदस्थापित हैं। ग्रामीण बताते हैं कि 15 वर्ष पूर्व इस अस्पताल में प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में रोगियों का जांच कर दवाइयां वितरण किया जाता था। परंतु आज ग्रामीण स्वास्थ्य लाभ से महरूम है। कमोबेश यही स्थिति बसैटी, मिर्जापुर, बेलसरा, परसा हाट, अति स्वास्थ्य केंद्र की है जहां लोग स्वास्थ्य लाभ से वंचित हो रहे हैं। इन क्षेत्र के लोग नीम हकीम डाक्टर के हत्थे चढ़ने को विवश है।
क्या कहते है पदाधिकारी:
रेफरल अस्पताल रानीगंज के प्रभारी चिकित्सक सीपी मंडल इन आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहते हैं रानीगंज में रानीगंज में मात्र चार चिकित्सक हैं। सभी आयूष चिकित्सक को पदस्थापित किया गया है। अब आयुर्वेदिक दवाई उपलब्ध हो गयी है। ये चिकित्सक दवाई देंगे। सभी स्वास्थ्य केंद्र पर एएनएम, ए ग्रेड की नर्स एवं आयुर्वेदिक चिकित्सक जाते हैं। शिकायत मिलने उपर उसके विरुद्ध विभाग को लिखा जायेगा। उन्होंने कहा कि गीतवास अति स्वास्थ्य केंद के मरम्मत कराने के लिए राशि उपलब्ध हो गयी है। शीघ्र ही भवन की मरम्मती करवायी जाएगी।

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