अररिया : सीमांचल में बसे 20 लाख शेरशाहवादी मुसलमानों की सत्ता में भागीदारी एवं राष्ट्रीय मुख्य धारा से जोड़ने की मांग एक बार फिर प्रमुखता से उठने लगी है। इस संबंध में आधा दर्जन विधायकों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलकर एक ज्ञापन सौंपा है। शेरशाहवादी डेवलपमेंट सोसायटी के प्रदेश अध्यक्ष प्रो. अब्दुल लतीफ ने यह जानकारी देते बताया है कि विधायक मंडली द्वारा सौंपे गये स्मार पत्र पर मुख्यमंत्री ने गंभीरता दिखाई है और जल्द समुचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। श्री लतीफ ने बताया कि अररिया में शेरशाह वादी को अत्यंत पिछड़ी जाति का प्रमाण स्थल निरीक्षण के बाद निर्गत करने का निर्देश संबंधित पदाधिकारी को भी दिया है।
उन्होंने बताया कि पूर्णिया, कटिहार, सरहसा, अररिया, सुपौल में बसने वाले शेरशाहवादी मुसलमालों की स्थिति अत्यंत दयनीय है। इस समुदाय के लोगों का जीवन स्तर आर्थिक उन्नयन तथा विधान परिषद में भागीदारी आवश्यक है।
विधायक मंडली में लेसी सिंह, तारकेश्वर प्रसाद, नौशाद आलम, सबा जफर, आफाक आलम, तौसिफ आलम, जावेद आजाद आदि शामिल थे।
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