Sunday, February 6, 2011

तिरस्कृत न करें, पूज्य हैं वृद्ध : साध्वी विश्वंभरा


अररिया : भागवत कथा के चौथे दिन साध्वी विश्वंभरा का वक्तव्य में वृद्धों की दशा पर विशेष फोकस रही।
प्रह्लाद कथा के दौरान साध्वी ने देश में वृद्धावस्था आश्रम की बढ़ रही संख्या पर चिंता जाहिर करते कहा कि पश्चिमी सभ्यता एवं मानवीय नैतिकता के कारण ही आज परिवार के वृद्धों को आश्रम की राह पकड़नी पड़ रही है। उन्होंने बताया कि यह दुर्भाग्य ही है कि जिस वृद्ध के तजुर्बा से परिवार के बच्चे संस्कारित एवं शिक्षित होते हैं,उन्हीं वृद्ध को तिरस्कृत कर घर छोड़ने के लिये विवश किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वृद्ध तन से अशक्त होकर भी ज्ञान से समृद्ध होते हैं।

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