Sunday, October 31, 2010

मानव व्यापार देश का दूसरा सबसे बड़ा गैर कानूनी अपराध : सत्यप्रकाश

अररिया। अनैतिक मानव व्यापार, बाल बंधुआ श्रमिक, किशोर न्याय एवं बाल कल्याण समिति के कार्यो के विषय पर रविवार को डीडीडब्ल्यूएस संस्था द्वारा अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ भवन में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें मुख्य अतिथि के रूप में फास्ट ट्रैक कोर्ट छह के न्यायाधीश सत्य प्रकाश एवं एफटीसी चार के न्यायाधीश जितेन्द्र कुमार सिंह उपस्थित थे। जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में न्यायिक दंडाधिकारी रवि कुमार, एसके राय, पी. कुमार, आरके राय एवं किशोर न्याय परिषद के सदस्य संजय कुमार मिश्र मौजूद थे।
कार्यशाला की शुरूआत डीडीडब्ल्यूएस के प्रदेश प्रभारी कन्हैया द्वारा आधार पत्र पढ़कर किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एफटीसी के न्यायाधीश सह मुख्य अतिथि श्री प्रकाश ने कहा कि ऐसे कार्यशाला की आवश्यकता थी। उन्होंने कहा कि मैं अपने पदस्थापन काल में देखता आ रहा हूं कि कोसी क्षेत्र के इलाकों में मानव व्यापार बहुत बड़ा उद्योग का रूप ले रहा है, जो समाज के लिए घातक है। श्री प्रकाश ने कहा कि मानव व्यापार देश का दूसरा सबसे बड़ा कानूनी संगठित अपराध बन गया है। इसे दूर करने के लिए हम सबों को आगे आना होगा। वहीं एफटीसी न्यायाधीश श्री सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि बढ़ रही गरीबी इसका मूल कारण है। अशिक्षा व गरीबी के कारण दलाल इन इलाकों से बच्चे खरीद कर ले जा रहे हैं। किशोर न्याय परिषद के सदस्य श्री मिश्र ने कहा कि आज ऐसे विषयों में दर्ज होने वाले मामलों के लिए न्यायिक प्रक्रिया सरलतम बनाने की जरूरत है। जबकि एपीपी श्याम लाल यादव ने कहा कि मानव की सेवा ही सच्ची सेवा है। उन्होंने समाज में फैले कुरीतियों को दूर करने के लिए संकल्प का आह्वान किया। कटिहार सीडब्ल्यूसी अध्यक्ष मो. फारुक ने डीडीडब्ल्यूएस एवं बाल कल्याण समिति के बीच आपसी समन्वय पर विस्तृत चर्चा की। वहीं पूर्णिया से आए अधिवक्ता कन्हैया सिंह ने कहा कि संस्था जिनके लिए कार्य करती है, उन्हें अधिक से अधिक सरल प्रक्रिया में न्याय मिल सके। इसी उद्देश्य के साथ इस कार्यशाला का आयोजन किया गया है। बीबीसी व‌र्ल्ड सर्विस के लिए कार्य करने वाले सुब्रत सिन्हा ने डीडीडब्ल्यूएस द्वारा किए जा रहे जागरूकता कार्यक्रम पर बात की। संस्थ के जिला समन्वयक साकेत कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि संस्था अब तक तकरीबन 20 बच्चों का पुर्नवास करा चुकी है। उन्होंने कहा कि संस्था को पुलिस स्तर से अपेक्षा के अनुरूप सहयोग नहीं मिलने के कारण कार्य में दिक्कतें आती हैं। उन्होंने मौजूद न्यायाधीशों से ऐसे मामले के आरोपियों को नियमानुसार कड़ी सजा देने की अपील की। बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष रीता घोष ने धन्यवाद ज्ञापन किया। मौके पर मुख्य रूप से अधिवक्ता विनोद प्रसाद, सुरेश राम, मुनीष ओम प्रकाश सिंह, विनीत प्रकाश, किशनगंज एडीसी विपिन बिहारी, बाकस सदस्य मनोहर कुमार, डीसीपीयू अधिकारी अभिषेक कुमार गर्ग, काउंसेलर विवेक रंजन आदि मौजूद थे।

0 comments:

Post a Comment