फारबिसगंज (अररिया) : ह्यूमेन ट्रेफिकिंग को लेकर ग्रामीणों की अत्यधिक जागरूकता दुल्हन पसंद करने दरभंगा व अररिया से आए गूंगे बहरे लड़कों को भारी पड़ गया। लड़की देखने आए तीन लड़कों व पंडित को ग्रामीणों ने पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया। हालांकि पूछताछ के बाद मामला रजामंदी का निकला और सबों को पीआर बांड पर छोड़ दिया गया।
फारबिसगंज के डाक हरीपुर गांव में पूर्व से तय कार्यक्रम के अनुसार शादी हेतु लड़की पसंद करने के लिए सोमवार को दरभंगा के अलपट्टी निवासी मिथिलेश प्रसाद सिन्हा के पुत्र संतोष कुमार अपने दोस्त अररिया काली मंदिर चौक निवासी दिलीप कुमार सिंह के पुत्र गौरव कुमार तथा यशवंत नारायण सिंह के पुत्र अमलेन्दु सिंह तथा रानीगंज के बसैटी निवासी पंडित शिलानाथ झा के साथ पहुंचे। वे सभी हरियाणा नंबर की कार से आये थे। हरियाणा नंबर की कार और लड़का सहित तीनों को गूंगा-बहरा होने की जानकारी मिलते ही ग्रामीणों के कान खड़े हो गये। टै्रफिकिंग के संदेह होने पर ग्रामीणों ने इसकी सूचना फारबिसगंज थाना पुलिस को दी। पुलिस तुरंत वहां पहुंच कर तीनों लड़का सहित बुजुर्ग पंडित को हिरासत में ले लिया। अररिया एसपी शिवदीप लांडे थाना पहुंचकर चारों से पूछताछ की। हालांकि मानव व्यापार अथवा ठगी जैसा किसी प्रकार की बात सामने नहीं आने पर चारों को पीआर बांड पर छोड़ दिया गया। इस दौरान थानाध्यक्ष सुबोध ठाकुर तथा एसडीपीओ विकास कुमार भी मौजूद थे। पूछताछ के लिए पकड़े गए युवकों में शादी के लिए खुद लड़की देखने पहुंचे लड़का दरभंगा के अलपट्टी निवासी मिथिलेश प्रसाद सिन्हा के पुत्र संतोष कुमार, अररिया काली मंदिर चौक निवासी दिलीप कुमार सिंह के पुत्र गौरव कुमार तथा अररिया काली बाजार निवासी यशवंत नारायण सिंह के पुत्र अमलेन्दु सिंह एवं रानीगंज के बसैटी निवासी बुजुर्ग पंडित शिलानाथ झा शामिल है। फारबिसगंज एसडीपीओ विकास कुमार ने बताया कि दरभंगा का लड़का संतोष कुमार गुड़गांव में हीरो होण्डा कंपनी में 35 हजार रु. मासिक वेतन पर काम करता है तथा अपने लिए लड़की पसंद करने यहां आया था। लड़की पक्ष को लड़के की गूंगा बहरा होने की जानकारी और रजामंदी थी।
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