Sunday, February 6, 2011

अररिया जिले के 518 गांव कालाजार की चपेट में


कुसियारगांव (अररिया) : अररिया जिले के 518 गांव कालाजार के खौफनाक साये तले सिसक रहे हैं। कालाजार पीड़ित गांवों के मामले में फारबिसगंज, अररिया व रानीगंज अव्वल हैं। यहां के तीन चौथाई गांवों में कालाजार का प्रसार है।
इधर, स्वास्थ्य समिति के निर्देशानुसार जिला के कालाजार प्रभावित गांवों में डीडीटी का छिड़काव शुरू किया जा रहा है।
जिला स्वास्थ्य कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार कालाजार से सर्वाधिक प्रभावित अररिया, फारबिसगंज व रानीगंज प्रखंड हैं। अररिया प्रखंड के 73, फारबिसगंज के 99 व रानीगंज प्रखंड के 62 गांवों में कालाजार का खूनी पंजा पसरा हुआ है। वहीं, अन्य प्रखंड भी पीछे नहीं हैं। नरपतगंज में 43, भरगामा में 38, जोकीहाट में 57, पलासी में 65, कुर्साकांटा में 45 तथा सिकटी के 37 गांवों में कालाजार का प्रकोप व्याप्त है।
इधर, कालाजार के बढ़ते प्रसार के मद्देनजर जिले का स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया है। राज्य स्वास्थ्य समिति के निर्देश पर कालाजार प्रभावित गांवों में डीडीटी का छिड़काव शुरू किया जा रहा है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार हालात की गंभीरता देखते हुए प्रभारी सिविल सर्जन डा.सी के सिंह ने शुक्रवार को अपने कार्यालय कक्ष में कालाजार टास्क फोर्स की बैठक आयोजित कर स्वास्थ्य कर्मियों को कई निर्देश दिये। उन्होंने छिड़काव कार्य की गुणवत्ता पर प्रकाश डाला। बाद में सीएस ने बताया कि छिड़काव कार्य 60 दिनों तक चलेगा।
इसके लिये छिड़काव कर्मियों के 119 दल बनाये गये हैं तथा नियमानुसार उनकी प्रतिनियुक्ति कर दी गयी है। सीएस ने बताया कि गृह स्वामियों से यह अनुरोध किया जा रहा है कि वे दो माह तक घर में लिपाई पोताई नहीं करें।

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