Sunday, February 6, 2011

डेहटी पैक्स घोटाला: बाहुबलियों ने खूब काटी चांदी


अररिया : पैक्स प्रबंधक रहे रूद्रा नंद झा की गिरफ्तारी के बाद डेहटी पैक्स घोटाले का राज धीरे-धीरे खुलने लगा है। दबंगों और बाहुबलियों ने बैंक प्रबंधन पर दबाव बना कर खूब चांदी काटी।
अदालत में द.प्र.स. की धारा 164 के तहत दिये अपने बयान में मुख्य आरोपी रुद्रानन्द झा ने 72 लोगों की जो सूची अदालत में प्रस्तुत की है उसमें उल्लेख किया है कि दबाव डालकर उनसे लाखों का ऋण कई दबंगों ने लिया है। पलासी प्रखंड के विभिन्न योजनाओं के नाम पर बाहुबलियों ने पैक्स से पैसे लिए। दिये बयान में श्री झा ने जिक्र किया है कि इंदिरा आवास लाभुकों के लिए ईट छड़ व सीमेंट हेतु दबाव डालकर रामपुकार चौधरी ने 32 लाख रुपये ऋण मद में लिये, तो मो. तारिक अजीम ने विभिन्न योजनाओं एवं विद्यालय शिक्षा समिति खातों के भुगतान हेतु दवाब डालकर 26 लाख रुपये अपने स्टाफ मुमताज आलम के नाम
से चेक कटवाया। इसके अलावा अररिया के जीरो माईल स्थित बजाज मोटरसाइकिल एजेंसी के प्रबंधक मो. मोनाजिर द्वारा दवाब डालकर साढ़े तीन लाख राशि का चेक लिये जाने का उल्लेख किया गयाहै। उक्त चेक भारतीय स्टेट बैंक की मैना शाखा तथा पलासी स्थित सैंट्रल बैंक की शाखा के नाम चेक था। उधर पोठिया के मो. राजू द्वारा भी दबाव डालकर दो लाख 90 हजार का चेक लिये जाने की बात दर्ज बयान में कही गई है। इसी क्रम में पलासी के बजाज मोटर साइकिल एजेंसी के अवधेश कुमार झा द्वारा भी दबाव डालकर डेढ़ लाख राशि लेने का जिक्र किया गयाहै। वहीं सिकटी प्रखंड के ईटा भट्ठा मालिक रामनाथ झा के नाम का भी उल्लेख है, जो चार लाख रुपये उक्त पैक्स से लिये हैं। उन्होंने अपने हाथों लिखे उक्त ब्योरा में कई और लोगों के नामों का जिक्र किया है। अपने दिये ब्यान में उसने कहा है कि पूर्व पैक्स अध्यक्ष शिवानंद यादव की मृत्यु के बाद पैक्स में बाहुबलियों की पकड़ मजबूत हो गई तथा घोटाले का दौर शुरू हो गया। हालांकि डेहटी पैक्स घोटाले को लेकर अभी भी कई सवाल लोगों के जेहन में कुलबुला रहे हैं जिसका खुलासा जांच के बाद ही हो पायेगा।

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