Sunday, February 6, 2011

समस्याओं को लेकर मजदूरों का धरना


अररिया : अररिया प्रखंड के विभिन्न पंचायतों के सैकड़ों मजदूरों ने शनिवार को मनरेगा एवं अन्य योजनाओं में लूट एवं अनियमितता को लेकर प्रखंड कार्यालय परिसर में धरना एवं सत्याग्रह का आयोजन किया। जनजागरण शक्ति संगठन बिहार के तत्वावधान में आयोजित इस सत्याग्रह कार्यक्रम में विशेष रूप में मनरेगा संबंधी समस्याओं पर चर्चा की गयी। संगठन से जुड़ी कामायनी स्वामी और रणजीत पासवान ने बताया कि मनरेगा कार्यक्रम में मजदूरों को काम नहीं दिये जाने पर बेरोजगारी भत्ता दिये जाने का प्रावधान है लेकिन अररिया अररिया में 2008-09 में कुल 820 मजदूरों ने इसके लिए आवेदन दिया। लेकिन मात्र 48 मजदूरों को ही भत्ता दिया गया। जबकि सभी मजदूरों को भत्ता दिये जाने का आदेश प्राप्त हो चुका है। साथ ही पदाधिकारियों की उदासीनता के कारण जिले में मनरेगा के तहत मात्र 42.8 प्रतिशत ही खर्च की गयी है जिस कारण जिले को दूसरे किस्त से वंचित होना पड़ा है। कामायनी स्वामी ने कहा कि केंद्र प्रायोजित योजना मनरेगा चलने के बावजूद मजदूरों के दरम्यान बेरोजगारी और उनका पलायन जारी है जो चिंता का विषय है। मनरेगा की विभिन्न समस्याओं को लेकर जनजागरण संगठन ने अपनी आठ सूत्री मांगों का ज्ञापन जिला पदाधिकारी को सौंपा। सत्याग्रह में बड़ी संख्या में ग्रामीण मजदूर मौजूद थे।
वहीं भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने भी अपनी विभिन्न मांगों को लेकर प्रखंड विकास पदाधिकारी अररिया को अपना ज्ञापन सौंपा। इनकी मांगों में महंगाई पर रोक, भ्रष्टाचार एवं लूट पर रोक, विचौलियों एवं दलालों पर नियंत्रण, इंदिरा आवास में घोटाला, बेरोजगारी और भूमिहीन परिवारों को जमीन उपलब्ध कराने आदि मांगे शामिल है। मौके पर भाकपा के कार्यकर्ताओं द्वारा रैली निकाली गयी जिसमें कामरेड वृजमोहन यादव, डा. एसआर झा एवं महेश कुंवर आदि शामिल थे।

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