Tuesday, May 3, 2011

सीमावर्ती जिलों में 30 लाख से अधिक बांग्लादेशी: गोपाल


अररिया : सूबे के सीमावर्ती जिलों में 30 लाख से अधिक बांग्लादेशी घुसपैठी देश का नागरिक बन कर बैठे हैं। भारत सरकार विशिष्ट पहचान पत्र के माध्यम से उन्हें वोट बैंक के रूप में प्रयोग करने के उद्देश्य से नागरिकता देने जा रही है। जिसकी हम कड़ी आलोचना करते हैं। यह बात अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रदेश संगठन मंत्री गोपाल शर्मा ने रविवार को संवाददाता सम्मेलन में कही। परिषद के जिला प्रमुख प्रो. महेन्द्र प्रताप सिंह के शिवपुरी स्थित आवास पर आयोजित प्रेस वार्ता में श्री शर्मा ने कहा कि देश के 80 करोड़ लोग मात्र 20 रुपया कमाकर जीवन व्यतीत कर रहे हैं और कांग्रेस नीत सप्रंग सरकार 5 00 करोड़ खर्च कर यूआईडी बना रही है, जो देश के लिए दुर्भाग्य है।
उन्होंने कहा कि परिषद भ्रष्टाचार के खिलाफ 15 से 25 मई के बीच पूरे बिहार में जिलास्तर व्यापक आंदोलन चलायेगी। अररिया जिला मुख्यालय में भी 21 मई को विशाल प्रदर्शन किया जायेगा। प्रदेश संगठन मंत्री श्री शर्मा ने यह भी कहा कि अभाविप शिक्षा व्यवस्था में सुधार करने के उद्देश्य से आगामी 12 मई को देश के भ्रष्ट कुलपतियों की सूची जारी करने जा रही है। उन्होंने कहा कि आज बिहार का उच्च शिक्षा भ्रष्टाचार के आकंठ में डूबा है। इसी के सुधार के लिए तमाम भ्रष्ट कुलपतियों के विरुद्ध जुलाई-अगस्त माह में आंदोलन चलाया जायेगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के लोग सत्ता के शिखर पर बैठे है। इन्ही के इशारों पर देश का सबसे बड़ा टूजी स्पेक्ट्रेम, कामनवेल्थ गेम, आदर्श सोसायटी घोटाला हुआ है। उन्होंने कहा कि नैतिकता के आधार पर प्रधानमंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए। प्रेस वार्ता को परिषद के प्रदेश मंत्री प्रवीण कुमार ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर अभाविप के जिला प्रमुख प्रो. एमपी सिंह, प्रदेश कार्य समिति सदस्य प्रो. शैलेन्द्र झा, रविशंकर यादव, नगर मंत्री कुणाल प्रियदर्शी, फारबिसगंज कालेज अध्यक्ष पिंटू कुमार यादव आदि मौजूद थे।

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