Tuesday, March 27, 2012

जयंती पर याद की गयी कवयित्री महादेवी वर्मा


फारबिसगंज (अररिया) : स्थानीय द्विजदेनी मैदान में रविवार को इंद्रधनुष साहित्य परिषद के तत्वावधान में कवयित्री महादेवी वर्मा की जयंती समारोहपूर्वक मनायी गई। समारोह की अध्यक्षता उमाकांत दास ने की। इस अवसर पर कवयित्री वर्मा के तैलचित्र पर पुष्प अर्पित करने के पश्चात सभाध्यक्ष श्री दास, डा. एनएल दास, डा. अनुज प्रभात ने उनकी जीवनी पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि महादेवी वर्मा का जन्म सन 1934 में उत्तर प्रदेश के फरूखाबाद शहर में हुआ था। इनकी माता हेमरानी भी कवयित्री ही थी। जबकि डा. एमएल शर्मा एवं मांगन मिश्र ने बताया कि नौ वर्ष की उम्र में ही उनकी शादी रूवरूप नारायण वर्मा से हो गयी। फिर माता की साया सिर से उठ जाने के बावजूद उन्होंने अध्ययन जारी रखा और मैट्रिक से लेकर एमए तक प्रथम श्रेणी में उतीर्ण होती रही। बाद में वे प्रयाग महिला विद्यापीठ में प्रधानाचार्य के रूप में नियुक्त हुई। बताया कि उनका संपूर्ण जीवन हिन्दी की सेवा और महिलाओं में शिक्षा के प्रति जागरूक करने को समर्पित रहा।
अन्य वक्ताओं में विनोद कुमार तिवारी, हेमंत यादव, हर्ष नारायण दास आदि ने उनकी रचनाओं-नीहार, रश्मी, दीपशिखा आदि पर प्रकाश डाला।
मौके पर विनोद दास, बिहारी झा, पं. महेन्द्र ना. झा, भुवनेश्वर दास, शिव नारायण चौधरी, अरविंद ठाकुर, उमेश प्र. वर्मा, कृत्यानंद राय, तारानंद मंडल, श्रीवास सिंह आदि उपस्थित थे।

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