Wednesday, December 22, 2010

टीबी रोग उन्मूलन को लेकर बैठक

अररिया : टीबी उन्मूलन को लेकर एक बैठक बुधवार को लिंक वर्कर स्कीम कार्यालय में आयोजित की गयी। आद्रा इंडिया व राविशकल्प के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस बैठक में टीबी रोग के लक्षण और उन्मूलन को लेकर विस्तार से चर्चा की गयी। आद्रा इंडिया बिहार की प्रोजेक्ट प्रबंधक शालीनी सहाय ने बताया कि बिहार में पूर्व से ही आठ जिले में टी.बी के उन्मूलन को लेकर विशेष कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं। इस बार फिर आद्रा इंडिया ने पांच जिलों को इस परियोजना के तहत शामिल किया गया है। जिसमें अररिया भी शामिल हैं। यह परियोजना पांच वर्षो की है तथा इन पांच वर्षो में जिले के 20 गांव में टी.बी फॉरम का गठन किया जायेगा। जिले का पहला टी.बी फॉरम जोकीहाट के बगडहरा गांव में बनाया गया। जिसमें आशा कार्यकत्र्ता, मुखिया एक शिक्षक एवं समुदाय की भागीदारी सुनिश्चित की गयी है। अररिया में इस प्रोजेक्ट चलाने का दायित्व राविशकल्प स्वयं सेवी संस्था को दिया गया है। इस संस्था के अध्यक्ष अजय कुमार ने बताया कि प्रोजेक्ट को चलाने में समुदाय, एनजीओ, मीडिया, स्वास्थ्यकर्मी की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। बैठक में जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डा. मोइज ने कहा कि अगर किसी को दो सप्ताह से लगातार खांसी हो तो उसे टी.बी. होने की पूरी संभावना होती है। इसलिए ऐसी परिस्थिति में बलगम का जांच अवश्य करा ले। इसका पता डॉट्स प्रणाली के तहत माइक्रोस्कोप बलगम की जांच कर इसका पता लगाया जा सकता है। आज टी.बी का पक्का इलाज डाट्स मौजूद है।
बैठक में एचआइवी/एड्स काउन्सलर मो. नदीम अहसन, ब्रजेश कुमार, रेणु कुमारी के अलावा लिंक वर्कर मौजूद थे।

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