फारबिसगंज (अररिया) : इतने दिनों तक साईबर क्राईम या एमएमएस एवं इंटरनेट स्टैंड की घटनाएं महानगरों से ही जुड़ी हुई थी। लेकिन फारबिसगंज की एक युवती की अश्लील विडियो सार्वजनिक करने तथा संलिप्त युवकों द्वारा युवती व उसके परिवार जनों को ब्लैकमेलिंग करने की घटना ने यह साबित कर दिया है कि साईबर क्राइम के अब फारबिसगंज जैसे छोटे शहर में भी अपना पैर पसार दिया है।
हालांकि पुलिस प्रशासन ने इस संवेदनशील मामले को गंभीरता से लेते हुए घटना के नामजद युवकों एवं उनके सहयोगियों के विरुद्ध अभियान छेड़ दिया है। इस संदर्भ में एसडीपीओ विकास कुमार ने बताया कि यह मामला साईबर क्राइम के साथ-साथ भादवि (आईपीसी) के अंतर्गत भी आता है। फलस्वरूप दोनों अधिनियम के धाराओं के अंतर्गत अनुसंधान कार्य जारी है। बताया कि नामजद मुख्य आरोपी गुड्डू के सफेद रंग की इंडिगो कार को पुलिस ने जब्त कर लिया है और जल्द ही अभियुक्त कानून के गिरफ्त में होंगे।
बावजूद इसके इस घटनाक्रम से यहां के प्रबुद्ध एवं शांतिप्रिय नागरिक काफी उद्वेलित हैं। वे आज के युवा पीढ़ी के पथभ्रष्ट होने तथा संवेदन शून्य होने के पीछे कई कारणों को दर्शा रहे हैं। जिसमें मुख्य रूप से मोबाइल फोन और कंप्यूटर की बढ़ती लोकप्रियता है। इसके अलावा शहर में बेंग की धर्त्त की तरह उग आए कोचिंग संस्थानों को भी वे दोषी ठहराते हैं। जहां शिक्षकों की निगरानी के अभाव में छात्र-छात्राएं पठन-पाठन कम और आंखें अधिक लड़ाते हैं।
शहर के कई प्रबुद्ध नागरिकों ने बताया कि आजकल मनचले युवकों का मानों साम्राच्य ही व्याप्त हो गया है। शहर के चौक-चौराहों पर हरवक्त उनका जमावड़ा लगा रहता है। प्रबुद्ध लोगों का मानना है कि पुलिस-प्रशासन को इस ओर भी ध्यान देनी चाहिए और साथ ही तेज गति से बाईक दौड़ाते मनचले युवकों पर भी अंकुश लगानी चाहिए।
बाक्स के लिए
फारबिसगंज : अश्लील एमएमएस के प्रकरण में बिहार प्रदेश तैलिक साहु सभा के संयुक्त मंत्री शंकर प्रसाद साह एवं जिलाध्यक्ष सच्चिदानंद साह मामले को समाज के लिए चिंता का विषय बताते हुए दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग किया है। वहीं भाजपा नगर अध्यक्ष रघुनंदन प्रसाद साह एवं वार्ड पार्षद अशोक मंडल ने स्थानीय प्रशासन से मांग किया है कि डाक बंगला चौक और बगीचा चौक पर लगने वाली सांध्य कालीन हटिया को सुबह के वक्त लगवाई जाय। क्योंकि इन दोनों स्थानों पर ही हटिया के बहाने प्रतिदिन शाम को दूर-दराज के मुहल्ले के मनचले युवकों का जमावड़ा लगा रहता है। जिनका एक मात्र उद्देश्य फब्तियां कसना या फिर छेड़खानी करवा होता है। इनके अलावा और भी कई स्थानीय कसिन्दों ने इन दोनों हाटों को बंद कर देने या फिर उसके समय में परिवर्तन का सुझाव दिया है। लोगों ने बताया कि यदि प्रशासन द्वारा लगातार ऐसे तत्वों को चिन्हित कर उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई नहीं की गई तो शहर की सामाजिक और साम्प्रदायिक सौहार्द के बिगड़ने की आशंका से इनकार नही किया जा सकता। कुल मिलाकर प्रकाश में आए साईवर क्राइम की इस पहली वारदात से नगरवासी काफी विचलित हैं। जबकि जानकार सूत्रों पर यकीन की जाय तो इस तरह की अन्य कई अश्लील क्लीपिंग के जरिए भी युवकों द्वारा चंद परिवारों को ब्लैकमेल किया जाता रहा है जो अबतक प्रकाश में नही आया है।
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