नरपतगंज (अररिया) : मनरेगा के तहत वृक्ष लगाकर प्रखंड क्षेत्र को हरा भरा बनाने का सपना यहां चूर-चूर होता दिखायी दे रहा है। कागजों पर भले ही सैकड़ों पेड़ लगा दिए गए हों लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है। मनरेगा के तहत गांव-गांव में लगाए गए पेड़ देख-रेख के अभाव में ंमवेशियों का चारा बन रहे हैं। मधुरा दक्षिण पंचायत अंतर्गत प्रखंड मुख्यालय कैंपस में दो योजनाओं में तीन लाख से अधिक की राशि वृक्षारोपन पर खर्च की गई लेकिन देख रेख के अभाव में अधिकांश मवेशियों का चारा बन गए। प्रखंड में 1012 योजनाएं संचालित की गई जिसके तहत डेढ़ लाख वृक्ष लगना था।
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