भरगामा (अररिया) : पाट का उचित मूल्य नहीं मिलने से क्षेत्र के किसान मायूस हैं। वहीं व्यवसायी मालामाल हो रहे हैं। किसानों से औने-पौने भाव में पाट खरीदकर व्यवसायी उसे बाहर की मंडी में बेचकर दोहरा लाभ कमा रहे हैं।
किसानों की मानें तो कालाबाजारी के कारण खाद-बीज भी अंकित मूल्य से अधिक कीमत पर उपलब्ध होता है, वहां भी सरकारी व्यवस्था उपलब्ध नहीं रहने से किसानों को हानि उठानी पड़ती है। लिहाजा खेतों में बीज डालने के साथ ही किसानों का शोषण प्रारंभ हो जाता है। जबकि नहर की व्यवस्था चरमरा जाने से सिंचाई भी किसानों के लिए अहम समस्या है। किसान पंप सेट से खेती करने पर बाध्य हैं। इन तमाम समस्याओं के बावजूद जब फसल की तैयारी होती है तो बाजार में उसका लागत मूल्य भी वसूल नहीं हो पाता है। इस वजह से किसान मायूस हैं तथा धीरे-धीरे उससे विमुख होते जा रहे हैं।
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