Tuesday, August 16, 2011

अररिया में बनते हैं बेनामी इंदिरा आवास!


अररिया : बेनामी जमीन तो शायद आपने सुनी होगी, लेकिन बेनामी इंदिरा आवास ..? चौंक गये न! अगर किसी वित्तीय संस्थान में इंदिरा आवास का खाता खुला हो, लेकिन उसका उठाव करने वाला कोई सामने नहीं आये तो उसे आप क्या कहेंगे? अररिया के प्रधान डाकघर में ऐसा ही है।
जानकारों की अगर मानें तो यह सब प्रभुत्वशाली बिचौलियों, भ्रष्ट अधिकारी व नेता गठजोड़ की करामात है। अपने लोगों के नाम पर गलत खाते खुलवा लो और उस पैसे का वक्त पर इस्तेमाल करो।
वर्ष 2004 व उसके बाद से अररिया में बाढ़ व चक्रवाती तूफान बड़े पैमाने पर आते रहे हैं। जाहिर है कि आपदा पीड़ित लोगों को इंदिरा आवास देने के लिए पैसा भी उसी स्तर पर आता रहा है।
आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2004 व उसके बाद आपदा इंदिरा आवास मद में सरकार ने पचास करोड़ से अधिक की राशि भेजी। लेकिन रसूख वालों ने इन पैसों की बड़े पैमाने पर लूट मचायी। जाहिर है कि गरीबों के आवास नहीं बन पाये। इतना ही नहीं, फर्जी तरीके से उठाये गये आवासों के अभिलेख भी नष्ट कर दिये गये।
जानकारों की मानें तो जोकीहाट प्रखंड में 2005-06 के दौरान 22 हजार अभिलेख प्रखंड कार्यालय के निकट के एक तालाब में फेंक दिये गये, ताकि कभी अगर मामले की जांच भी हो तो कोई सुराग नहीं मिले। कुसांकाटा प्रखंड में भी पुराने अभिलेखों का संधारण नहीं होने की बात बतायी जाती है। अररिया प्रखंड में इंदिरा आवास के घोटालेबाजों ने अभिलेख व संबंधित रजिस्टर में ही आग लगा दी। मामले की जांच डीआईजी स्तर से की गयी तथा दो कर्मचारियों को निलंबित भी किया गया।
अररिया के मुख्य डाकघर सहित जिले के कई अन्य डाकघरों में लाभुकों को इंदिरा आवास योजना का लाभ देने के लिए खाते खुलवाये गये। जानकारों के मुताबिक इन खातों में ढेर सारे 'बेनामी' थे। हालांकि बिचौलियों,भ्रष्ट अधिकारी तथा नेता की मिली भगत के कारण इनमें से बड़ी संख्या में खातों से राशि की निकासी कर ली गयी है। लेकिन अररिया एमडीजी में अभी भी दर्जनों खाते ऐसे हैं, जिनमें इंदिरा आवास की राशि यूं ही पड़ी हुई है। इस बात की पुष्टि डाकपाल संजय कुमार वर्मा ने भी की।
सूत्रों की मानें तो भुगतान में डाक अधिकारियों द्वारा बरती गयी कड़ाई के बाद विगत एक डेढ़ साल से इस पैसे की निकासी करने कोई नहीं आया है। क्या ये बेनामी खाते हैं? अगर नहीं तो पैसों की निकासी करने कोई क्यों नहीं आ रहा? अगर हां, तो किस नेता की पहल पर ये खाते खुले थे?
उल्लेखनीय है कि अररिया आरएस स्थित डाकघर में इंदिरा
आवास का खाता खुलवाने से लेकर उसके भुगतान में व्यापक कमीशनखोरी की बात सामने आने पर प्रशासन ने वहां छापा मारा था। इस संबंध में पूरी कानूनी कार्रवाई लंबित है। वहीं, डाक विभाग ने भी इस मामले में टीम का गठन कर जांच शुरू कर दी है।

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