अररिया : जिले के सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों का संचालन अब फुलप्रुफ होगा। सभी केन्द्र चकाचक दिखेंगे और केन्द्रों पर पूरी जानकारी उपलब्ध रहेगी। केन्द्रों को सुसज्जित करने का जिम्मा बाल विकास परियोजना पदाधिकारियों को सौंपा गया है। अगर संबंधित सीडीपीओ कार्य के प्रति शिथिलता बरतेगी तो फौरन उनके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई के लिए प्रपत्र क गठित कर विभाग को भेज दिया जायेगा।
इस संबंध में जिला पदाधिकारी एम. सरवणन ने सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी को पत्र लिखकर बिंदुवार निर्देश जारी किया है।
डीएम ने पत्र में कहा है कि केन्द्र पर आने वाले सभी 40 बच्चे 03 वर्ष से 06 वर्ष तक के हीं हों तथा उनकी सूची पूर्ण विवरण के साथ केन्द्र पर रहे। इसके अतिरिक्त डीएम ने उक्त 40 बच्चों की फोटोग्राफी कराकर फ्रेम कर केन्द्र पर लगाने व जिला प्रोग्राम कार्यालय के बेबसाइट पर अपलोड कराने का निर्देश दिया है। उन्होंने बच्चे का ग्रोथ व वजन की माप हर महीने अंकित करने को भी कहा है।
डीएम ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि कोई भी सेविका बाजार से केन्द्र के लिए पंजी नहीं खरीदेंगी। पंजी को सत्यापन कर सीडीपीओ को देना होगा। सभी सीडीपीओ को माह में 20 आंगनबाड़ी केन्द्रों का निरीक्षण करने व 05 केन्द्रों का अभिश्रव के अनुसार स्थल जांच करने का सख्त निर्देश दिया गया है। केन्द्र का बोर्ड मुख्य सड़क पर लगाने तथा दिशा दर्शाने का निर्देश दिया गया है। जांच में फर्जी अभिश्रव पाये जाने पर संबंधित केन्द्र की सेविका व सहायिका पर भ्रष्टाचार उन्मूलन अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज करायी जायेगी। वहीं, सभी सीडीपीओ को प्रत्येक मंगलवार को कार्यालय कक्ष में जनता दरबार लगाने को भी कहा गया है।
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