Tuesday, April 26, 2011

ईश्वर वंदन से धुल जाते सारे पाप : आचार्य


जोगबनी (अररिया) : भगवान के हम सभी संतान है जिस तरह पिता पुत्र का कभी अहित नहीं देख सकता ठीक उसी तरह भगवान अपने संतान का अहित नही करता। ईश्वर को स्मरण करने सारी ग्रह दशा समाप्त हो जाता है।
उपरोक्त बातें माइधार नेपाल के भागवत आचार्य ने जोगबनी स्थित पटेलनगर में आयोजित भागवत सप्ताह में कहा। उन्होंने कहा कि ईश्वर वंदन मात्र से हमारे सारे पाप धूल जाते है। इसलिए प्रभु की शरण में आने से शांति की अनुभुति मिलती है। आचार्य जी ने पूतना-कृष्ण संवाद का विस्तृत चर्चा करते हुए कहा कि पूतना प्रभु को मारने आयी थी और प्रभु उसके वक्ष स्थल पर क्रीड़ा कर रहे थे। यह देख यशोदा भयभीत हो गयी लेकिन प्रभु ने मैया को भी अपना विराट रूप दिखा शांत कर दिया। प्रभु लीला करते हैं। इसलिए ईश्वर की आराधना हर प्राणी को करना चाहिए। क्योंकि ईश्वर की आराधना मात्र से मन शांत और स्वच्छ हो जाता है।
इस मौके पर आयोजक बालकृष्ण बिहानी, रामाकृष्ण विहानी, सत्यनारायण विहानी, भीखम चन्द्र तापडि़या, नारायण तापड़िया, सुनील माहेश्वरी, जगदीश विहानी और राजकुमार जी आदि कार्यक्रम को सफल बनाने में सक्रिय थे।

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