फारबिसगंज(अररिया) : इंद्रधनुष साहित्य परिषद के तत्वावधान में स्थानीय द्विजदेनी स्मारक उच्च विद्यालय के प्रांगण में दिवंगत साहित्यकारों अज्ञेय एवं राधाकृष्ण की जयंती पर एक साहित्यक गोष्ठी का आयोजन डा. एनएल दास की अध्यक्षता में की गयी। इस मौके पर जापान में आए प्रलयकारी सुनामी में मृत लोगों की स्मृति में दो मिनट का मौन रख ईश्वर से प्रार्थना की गयी। फिर उमाकांत दास, मांगन मिश्र, मार्तण्ड एवं कर्नल अजीत दत्त ने अज्ञेय की जीवनी पर चर्चा की एवं उनकी रचनाओं कोठारी की बात, शरणार्थी, शरणदाता आदि को अमरकृति बताया। उन्होंने बताया कि जंग ए आजादी में भाग लेते हुए वे चार वर्ष जेल में भी रहे। वहीं प्रो. कमला प्रसाद बेखबर, हेमंत यादव शशि एवं हर्ष नारायण दास ने साहित्यकार राधाकृष्ण के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि माता पिता का देहांत छुटपन में ही हो जाने के कारण राधाकृष्ण का पठन पाठन अर्थाभाव के चलते समुचित रूप से नहीं हो सका। कार्यक्रम के संयोजक विनोद कुमार तिवारी ने उनकी व्यंग्य कथा रामलीला और प्रो. भीम भंटा राव पर चर्चा कर छात्र जीवन की याद को ताजा किया। इस अवसर पर सुभाष डे, धीरेन्द्र कुमार, विनय कुमार सिंहा, श्रीवास सिंह, शिवनारायण चौधरी, शशिकांत शशि, सुनील दास आदि उपस्थित थे। गोष्ठी का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन विनोद कुमार तिवारी ने किया।
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