जोगबनी (अररिया) : लोकतंत्र की बहाली के बाद नेपाल में अस्थिरता का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। इधर, नेपाल के राष्ट्र बैंक द्वारा जारी किये गये आदेश के बाद वहां एक बार फिर विरोध के स्वर उठने लगे जिसके बाद बैंक का वह आदेश वापस लेना पड़ा है। की स्थिति उत्पन्न हो गयी। नेपाल में राजशाही की अंतिम निशानी वहां की करेंसी पर राजा के फोटो अंकित किये जाने पर राष्ट्र बैंक द्वारा प्रतिबंध लगाया दिया गया। इसके बाद वहां के लोगों में अफरा तफरी का माहौल व्याप्त हो गया। हालांकि लोगों के विरोध के कारण राष्ट्र बैंक को इस फैसले को वापस लेना पड़ा है। लेकिन लोगों के बीच अभी भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है। जानकारी अनुसार नेपाल में राजतंत्र के खात्मे के बाद लोकतंत्र समर्थकों द्वारा एक एक कर उनकी प्रतिमाओं को तोड़ डाला गया था। नेपाल में जारी राजनीतिक अस्थिरता का दौर अभी समाप्त भी नहीं हुआ कि राष्ट्र बैंक द्वारा गत 15 मार्च से राजा के फोटो अंकित नोटों पर पाबंदी लगाने का आदेश जारी कर दिया गया। इसके बाद पूरे नेपाल में खासकर सीमा वर्ती क्षेत्रों में भूचाल आ गया तथा इसका जमकर विरोध शुरू हो गया। आम लोगों के आक्रोश को देखते हुए नेपाल के अख्तियार दुरूपयोग अनुसंधान आयोग ने राष्ट्र बैंक के इस निर्णय को जल्दबाजी में लिया गया फैसला करार दिया। उसके बाद राष्ट्र बैंक ने पुन: अपने फैसले को बदलते हुए राजा का फोटो लगे उक्त नोटों के प्रचलन पर लगायी गयी रोक हटा ली। बावजूद लोगों में आज भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है जिससे सीमा क्षेत्र के व्यवसाय पर भी बुरा असर देखा जा रहा है।
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