अररिया : बदलते जमाने के साथ अपराध और अपराधियों ने चोला बदलना सीख लिया है। अब आर्थिक अपराधों का जोर है।
सिर्फ अररिया की ही बात करें तो विगत दो दशक में इस जिले में लगभग दो सौ करोड़ से भी अधिक रुपये घोटालेबाजों ने उड़ा लिए। ये मामले पुलिस अनुसंधान अथवा न्यायालय में ट्रायल के लिए लंबित हैं। इन मामलों में इंदिरा आवास घोटाला, डेहटी पैक्स घोटाला, शिक्षा घोटाला, हाई मास्ट लाइट घोटाला आदि प्रमुख हैं।
जिले में सरकार द्वारा चलाई जा रही विकास योजनाओं में हजारों की संख्या में बिचौलिए सक्रिय हैं। अनाज, खाद व मादक द्रव्यों की स्मगलिंग, नकली दवा की बिक्री जैसे मामलों का भी जोर बढ़ा है।
कई मामलों में तो जनता द्वारा निर्वाचित जन प्रतिनिधि ही बिचौलिए का कार्य करते पाए गए हैं। जिला प्रशासन द्वारा वर्ष 2009-10 में जब इंदिरा आवास मामले की जांच करवायी गई तो बड़ी संख्या में फर्जी भुगतान, आंशिक भुगतान तथा पैसा हड़प करने के मामले सामने आए। इन मामलों में कई जन प्रतिनिधि नामित हुए। जिनके विरुद्ध न्यायालय में मामले अभी भी लंबित हैं। आंकड़े बताते हैं कि प्रदेश में इंदिरा आवास की ठगी के सर्वाधिक मामले अररिया जिले में ही सामने आए हैं।
जानकारों का मानना है कि नब्बे के दशक से अब तक आवंटित इंदिरा आवासों के लेखा-जोखा से इस घोटाले की राशि 200 करोड़ के पार पहुंच सकती है।
वर्ष 2004-05 में डीआरडीए ने सरकारी नियमों सेइतर इंदिरा आवास बनाने के लिए आठ करोड़ की राशि ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल के नाम आवंटित कर दी। कथित रूप से कुछ अभियंता इस राशि को लेकर फरार हो गए।
आर्थिक अपराधों में सबसे चर्चित रहा डेहटी पैक्स घोटाला। इसके तहत अधिकारियों ने सरकारी पैसे को कमीशन की लालच में डेहटी पैक्स नामक एक संस्था के हवाले कर दिया। जहां से पैसों की बंदरबाट कर ली गई। इस मामले में सात बीडीओ, तीन डीडीसी, एक डीएसई समेत कई अधिकारी या तो हवालात की हवा खा चुके हैं या आरोपों के घेरे में हैं।
इस वर्ष शिक्षा घोटाला भी सामने आया है। बिहार के महालेखा कार ने सर्व शिक्षा अभियान के तहत भेजी गई राशि में 14.67 करोड़ की वित्तीय अनियमितता/गबन के मामले पकड़े हैं। इस मामले में प्रशासनिक कार्रवाई होनी बाकी है।
इसी तरह जिले भर में रोशनी के लिए सांसद-विधायक मद से आवंटित पैसों का हाई मास्ट लाइट घोटाला समेत ढेर सारे घोटाले अभी उजागर होने शेष हैं।
बाक्स:
अररिया जिले में हुए प्रमुख आर्थिक अपराध व अनुमानित राशि
1.डेहटी पैक्स घोटाला- 26 करोड़
2.इंदिरा आवास घोटाला भाग एक-200 करोड़(अनुमानित)
3.इंदिरा आवास घोटाला भाग दो-8 करोड़
4.शिक्षा घोटाला-14.67 करोड़
5. हाइ मास्ट घोटाला - चार करोड़
क्या कहते हैं एसपी- पुलिस कप्तान शिवदीप लांडे का कहना है कि आर्थिक अपराधियों पर उनकी नजर है। गरीब जनता का हक मारने वाले, कालाबाजारियों, कमीशनखोरों, मिलावट करने वालों व अन्य आर्थिक अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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