भरगामा (अररिया) : अररिया में एड्स रोगियों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है बावजूद प्रखंड मुख्यालय में इसकी जांच की व्यवस्था नहीं हो पायी है। भरगामा में एचआईवी परीक्षण की व्यवस्था सरकारी स्तर पर अब तक उपलब्ध नहीं हो पाई है। जबकि इस जानलेवा बीमारी के संक्रमण तथा इसकी जांच के साथ बचाव आदि उपायों को सहज रूप से उपलब्ध कराने को लेकर विभाग कई तरह के दावे कर रही है।
बताते चलें कि अशिक्षित लोगों की बड़ी संख्या गांवों में निवास करती है। ऐसे लोग रोजी-रोटी की तलाश में अक्सर दिल्ली, पंजाब, राजस्थान, नेपाल आदि जाते हैं। जहां से सौगात के रूप में इस बीमारी को घर लाते हैं। इधर चिकित्सा प्रभारी भरगामा डा. सुखी राउत बताते हैं कि वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर क्षेत्र में जांच हेतु नजदीकी रेफरल अस्पताल रानीगंज में जांच की एक यूनिट विभाग द्वारा तैयार की गई है। जबकि रानीगंज प्रखंड मुख्यालय से भरगामा की दूरी करीब 20 किलोमीटर है। ऐसे में इतनी दूरी तय कर कोई भी मजदूर किस्म का व्यक्ति जांच के लिए नहीं जाना चाहता है। ऐसे में अगर एड्स पर पूरी तरह से नियंत्रण पाना हो तो कम से कम हर प्रखंड मुख्यालय में इसकी जांच की व्यवस्था करना जरूरी है।
बताते चलें कि अशिक्षित लोगों की बड़ी संख्या गांवों में निवास करती है। ऐसे लोग रोजी-रोटी की तलाश में अक्सर दिल्ली, पंजाब, राजस्थान, नेपाल आदि जाते हैं। जहां से सौगात के रूप में इस बीमारी को घर लाते हैं। इधर चिकित्सा प्रभारी भरगामा डा. सुखी राउत बताते हैं कि वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर क्षेत्र में जांच हेतु नजदीकी रेफरल अस्पताल रानीगंज में जांच की एक यूनिट विभाग द्वारा तैयार की गई है। जबकि रानीगंज प्रखंड मुख्यालय से भरगामा की दूरी करीब 20 किलोमीटर है। ऐसे में इतनी दूरी तय कर कोई भी मजदूर किस्म का व्यक्ति जांच के लिए नहीं जाना चाहता है। ऐसे में अगर एड्स पर पूरी तरह से नियंत्रण पाना हो तो कम से कम हर प्रखंड मुख्यालय में इसकी जांच की व्यवस्था करना जरूरी है।
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