जोकीहाट (अररिया) : प्रखंड के प्रसादपुर में हुए सोशल आडिट के दौरान आंगनबाड़ी केंद्रों में खुलकर हो रही अनियमितता की पोल खुलने के बाद आम लोगों के बीच यह चर्चा का केंद्र बन गया है। लोगों के बीच यह सवाल बार बार उभर कर सामने आ रहा है कि क्या आडिट के दौरान सामने आये घपले के लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई होगी या फिर सब कुछ पुराने ढ़र्रे पर ही चलेगा। वहीं प्रखंड में यह भी चर्चा है कि एक पंचायत के सभी केन्द्रों में जब अनियमितता सामने आयी है तो प्रखंड के अधिकांश केन्द्रों में बच्चों को दी जाने वाली टीएचआर एवं पोषाहार में व्यापक गड़बड़ी की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है। जनजागरण संगठन द्वारा सोमवार को प्रसादपुर पंचायत के आंगनबाड़ी केन्द्रों का कराये गये सोशल आडिट ने कुव्यवस्था की पोल खोल दी है। आडिट के दौरान केन्द्रों की बदहाली के लिए सेविकाओं ने सीडीपीओ को जिम्मेदार ठहराते हुए कार्यालय पर प्रति माह एक हजार रुपये बतौर नजराना लेकर बिल पास करने का आरोप लगाया। ग्रामीणों का कहना है कि आंगनबाड़ी केन्द्रों में अनियमितताओं की शिकायत के बाद भी संबंधित कर्मियों से स्पष्टीकरण पूछा जायेगा अथवा मामले को रफा-दफा कर दिया जायेगा। प्रसादपुर के ग्रामीणों का कहना है कि आजतक इसके विरुद्ध विभाग ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है।
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