Monday, January 23, 2012

सदाचार के राह पर चलकर ही मिलेगा मोक्ष: स्वरूपानंद जी

भरगामा (अररिया) : मोक्ष प्राप्ति का एक मात्र रास्ता सदाचार का पालन अर्थात झूठ, चोरी, नशा, हिंसा व व्यभिचार का त्याग है। इस के जरिये सुंदर समाज का निर्माण भी संभव है। उक्त बातें संतमत सत्संग आश्रम कुप्पाघाट भागलपुर के व्यवस्थापक सह प्रेस प्रबंधक एवं धर्म प्रचारक बाबा स्वरूपानंद जी महाराज ने संस्कृत विद्यालय खजुरी में आयोजित संतमत सत्संग में सोमवार को धर्मानुरागियों को संबोधित करते हुए कही। कार्यक्रम में स्तूति, प्रार्थना व धर्म ग्रंथ का पाठ सहयोगी ललन दास एवं अन्य ने किया। जबकि वाद्य यंत्रों पर दामोदर यादव तथा योगेन्द्र जी संगत कर रहे थे। सत्संग में मूल रूप से सदी के महान संत ब्रह्मालीन संत सद्गुरु महर्षी मेंहीं परहंस जी महाराज के जीवन व उनके निर्देशों पर सहयोगी मोती बाबा, लाल बाबा, साध्वी गायत्री देवी, इंदू बाबा, इन्द्रानंद बाबा एवं अन्य महात्माओं ने अपने व्याख्यान दिए। सत्संग कार्यक्रम के साथ प्रतिदिन पांच घंटे का ध्यानाभ्यास कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया है। आयोजक श्रीचन्द साह ने कार्यक्रम की सफलता को लेकर समस्त ग्रामीणों के सहयोग को सराहनीय बताया।

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