नरपतगंज (अररिया) : प्रखंड के घुरना थाना अंतर्गत बबुआन के महेशपट्टी भारत-नेपाल सीमा मवेशी तस्करों के लिए वरदान साबित हो रहा है। इस रास्ते से प्रतिदिन भारी संख्या में मवेशियों की तस्करी की जाती है। इसका मुख्य कारण है कि महेशपट्टी बार्डर से करीब 15 किलोमीटर दूर सुनसरी जिले में इनरवा के पास चाइना की मशहूर मासु फैक्टरी (मीट शाप) का खुलना बताया जा रहा है। इस फैक्ट्री में प्रतिदिन दो सौ से ज्यादा की संख्या में मवेशियों को काट कर मांस का निर्यात विदेशों में किया जाता है। महेशपट्टी बार्डर के रास्ते सुरक्षा कर्मियों की मिलीभगत से तस्कर मवेशियों को आसानी से सीमा पार पहुंचा देते हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अररिया तथा सुपौल के सीमावर्ती क्षेत्रों के तस्कर मवेशियों को इस रास्ते से बेफिक्र होकर ले जाते है। घुरना में स्थित एसएसबी कैंप के दूर होने के कारण तस्कर रात्रि में इसका लाभ उठाते हैं। तस्करों की पैठ इतनी गहरी है कि वे स्थानीय पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद भी आसानी से बच निकलते हैं। इतनी बड़ी संख्या में मवेशी तस्करी होने के बाद भी थाने में फिलहाल कोई मामला दर्ज नही है। इस बाबत एसपी शिवदीप लांडे ने इसे गंभीर मामला बताते हुए कहा कि बार्डर पर तस्करों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की जायेगी।
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