भरगामा (अररिया) : प्रशासनिक प्रतिबंध के बावजूद भरगामा में अवैध गैस रीफिलिंग का धंधा धड़ल्ले से जारी है। ताज्जुब यह है कि सरेआम हो रहे इस धंधे पर प्रतिबंध लगाने को लेकर स्थानीय प्रशासन पूरी तरह उदासीन है जबकि धंधे से सरकारी राजस्व की छति के साथ-साथ दुर्घटना की आशंका में निरंतर लोगों में बनी हुई है।
सूत्रों की माने तो प्रखंड भर में गैस रीफिलिंग के धंधे से जुड़े लोगों या अवैध रूप से संचालित दुकानों की संख्या आधा से एक दर्जन के बीच है। आरोप है कि प्रत्यक्ष या अपरोक्ष रूप से प्रशासन का सहयोग भी इन्हें मिल रहा है। हालांकि थानाध्यक्ष भरगामा अनमोल कुमार ने आरोप को सिरे से खारिज करते हुए बेबुनियाद बताया है। बावजूद इसके कई सवाल ऐसे हैं जो गैस एजेंसी के कर्मी या पुलिस प्रशासन की संयुक्त संलिप्ता को उजागर करती है। मसलन इन व्यवसायियों को रसोई गैस कहां से उपलब्ध होता है? आम उपभोक्ता रसोई गैस की किल्लत से जूझ रहे हैं वहीं इन व्यवसायियों के पास पर्याप्त गैस कहां से उपलब्ध हो रहा है? तथा बगैर प्रशासनिक सहयोग के आखिर यह धंधा कैसे सरेआम संचालित हो रहा है? कारण जो भी हो, सत्यता यह है कि प्रशासनिक दावों के विपरीत भरगामा में यह धंधा दिन दूना, रात चौगुना तरक्की पर है, जबकि प्रशासन मूकदर्शक बनी हुई है।
Soure - jagran.yahoo.com/news/
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