Tuesday, December 27, 2011

सैकड़ों एकड़ सरकारी जमीन का अता-पता नही


भरगामा (अररिया) : प्रखंड में सैकड़ों एकड़ सरकारी जमीन का कोई अता-पता नही है। जमीन के कई महत्वपूर्ण दस्तावेज कार्यालय से गायब हैं। खासबात यह है कि इस जमीन की खोजबीन या इसे सुरक्षित रखने को लेकर स्थानीय प्रशासन पूरी तरह उदासीन है। विभिन्न कोटि की है जमीन-भरगामा में गायब सैकड़ों एकड़ जमीन में अधिकांश का बिहार सरकार की गैर मजरुआ आम तथा गैर मजरुआ खास श्रेणी की है। वहीं भूदान, कैसरे हिंद तथा सरकार को दान में मिली जमीनें भी हैं। लेकिन अंचलाधिकारी अरुण कुमार गुप्ता या अंचल कर्मियों को इसकी समुचित जानकारी भी नहीं है। श्री गुप्ता व अन्य अधिकारियों ने भी इस बात को स्वीकार किया है।
जमीन के अभाव में बाधित है कई अधारभूत संरचना-
बड़े लागत से बनाए जाने वाले मवेशी अस्पताल, सामुदायिक भवन आदि कई ऐसी आधारभूत संरचनाएं है जो प्रखंड में केवल जमीन के अभाव में लंबित है। म.वि. खजुरी को केवल इसलिए उत्क्रमित नहीं किया गया, क्योंकि विद्यालय को पर्याप्त जमीन उपलब्ध नहीं थी। जानकारों की मानें तो इस तरह के कई आधारभूत निर्माण केवल जमीन के अभाव में बाधित है।
क्या कहते हैं अधिकारी- अंचलाधिकारी अरुण कुमार गुप्ता बताते हैं कि इस तरह के जमीन की खोजबीन हेतु आवश्यक है अभिलेख, जो कार्यालय में उपलब्ध हीं नहीं हैं। उन्होंने बताया कि गैर मजरुआ आम व खास श्रेणी की कुछ जमीन का अभिलेख उपलब्ध भी है किंतु कर्मी के अभाव तथा कार्यो की अधिकता एवं समय की कमी आदि कारणों से इसकी धरातल पर पड़ताल नही की जा सकी है।
कारण जो भी हो, सैकड़ों एकड़ सरकारी जमीन की खोजबीन को लेकर स्थानीय प्रशासन पूरी तरह उदासीन है।

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