बथनाहा (अररिया) : 24वीं बटालियन बथनाहा के सेनानायक एकेसी सिंह ने कहा है कि गुरुवार को 50 हजार के जाली नोट के साथ जोगबनी में ट्रेन से पकड़ा गया नूर हसन कुरियर नही बल्कि जाली नोट का असल सरगना है।
सेनानायक एकेसी ने बताया कि कुर्साकांटा के कमलदाहा निवासी नूर हसन के तार बंगाल व नेपाल के बड़े कारोबारियों से हैं।
सेनानायक ने बताया कि नूर हसन द्वारा पं. बंगाल के कमात नामक स्थान से जाली नोट लाया जा रहा था। जिसे वह नेपाल के रानी में किसी को देता, लेकिन इससे पूर्व एसएसबी द्वारा इसे पकड़ लिया गया। उन्होंने कहा कि जब्त जाली नोट काफी अच्छी क्वालिटी का था। जिसका मार्केट वैल्यू 100:60 रु. है। सेनानायक ने कहा कि जब्त नोटो के साथ गिरफ्तार नूर हसन को आवश्यक पूछताछ उपरांत जोगबनी स्थित जीआरपी के हवाले कर दिया गया है। साथ ही उन्होंने बताया कि जाली नोट के तस्करों का नेटवर्क बहुत तगड़ा है इससे इंकार नही किया जा सकता मगर हमारी पैनी नजर इस नेटवर्क पर पड़ चुकी है। सेनानायक ने कहा कि हाल के दिनों में जाली नोट के बड़ी खेप पहुंचने की खबर इन्हें पूर्व से है वह काफी पहले से इस पर ध्यान रखे हुए है। इसके लिए ग्रामीणों के साथ लगातार बैठकर उन्हें जागरूक बनाया जा रहा है। सेनानायक ने कहा कि जाली नोटों की खपत सीमावर्ती क्षेत्र के हाट-बाजारों सहित मवेशी हाट में तस्करों द्वारा की जा रही है और इसका शिकार ग्रामीण क्षेत्र के भोले-भाले किसान एवं मजदूर बन रहे हैं।
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