अररिया : इन दिनों मोटर साइकिल पर चलने वाले लोग कीड़ों के प्रकोप से परेशान हैं। टाकस्कि मेटेरियल युक्त ये कीड़े आंख में जाकर तेज जलन पैदा करते हैं, जो कभी कभी दुर्घटना का कारण भी बन जाती हैं। इधर, प्रसिद्ध नेत्र चिकित्सक डा. श्वेता तापड़िया ने लोगों को कीड़ों से बचने व चश्मे का प्रयोग कर आंख की सुरक्षा करने की सलाह दी है।
ज्ञात हो कि इस जिले में गेहूं के सीजन में कीड़ों का प्रकोप बेहद बढ़ जाता है। लेकिन इस बार यह कुछ अधिक ही है। अगर आप मोटर साइकिल, साइकिल या पैदल भी यात्रा कर रहे हैं तो आपको इन कीड़ों का सामना करना पड़ेगा। उड़ते हुए काले व हरे कीड़े आंख में या बाल में घुस जाते हैं और बाइक चालकों के लिए भीषण परेशानी का सबब बन जाते हैं।
जिले की तकरीबन हर सड़क यहां तक कि शहरों में भी उड़ने वाले छोटे काले कीड़े का प्रकोप असामान्य रूप से बढ़ा हुआ है। ये आंखें के अलावा अक्सर शर्ट के अंदर भी घुस जाते हैं।
विराटनगर स्थित राम लाल गोलछा आइ हास्पीटल की नेत्र विशेषज्ञ डा. श्वेता तापड़िया का मानना है कि वाहन चलाते वक्त इन कीड़ों से निजात पाने के लिए आंख की सुरक्षा जरूरी है। उनका कहना है कि बहुत से लोग कीड़ा पड़ने पर आंख मलने लगते हैं। ऐसा करना खतरनाक है,क्योंकि कीड़ों के अंदर पाया जाने वाला खतरनाक रसायन आंख को क्षति पहुंचा सकता है। उनके मुताबिक कीड़ों के अलावा धूल भी आंख के लिए खतरा है। इसीलिए कहीं से लौट कर आने के बाद आंख को ठंडे पानी से धो लेना चाहिए। उन्होंने कीड़ों से बचने के लिए चश्मे का प्रयोग करने की सलाह भी दी।
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