फारबिसगंज (अररिया) : बथनाहा स्थित एसएसबी 24वीं बटालियन के कैंप परिसर और परिसर के बाहर इर्द-गिर्द बीते 28 मार्च की रात को क्या हुआ था यह तो अभी भी अंधेरे में है। लेकिन एसएसबी जवान ललित मोहन जिना की हत्या का रहस्य कुछ ही दिनों में उजाले में आने की संभावना बढ़ गयी है। पुलिस पदाधिकारी और एसएसबी द्वारा लगातार की जा रही पूछताछ और जांच के बाद इस हत्या मामले का अनुसंधान में प्रगति आने के साथ ही रहस्य का अंधेरा भी छटने की बात सामने आ रही है। फारबिसगंज एसडीपीओ विकास कुमार ने कहा क जांच की प्रगति अच्छी है। संभव है कुछ दिनों में कथित हत्या का मामला बहुत कुछ स्पष्ट हो जायेगा।
अररिया एसपी शिवदीप लांडे तथा एसडीपीओ विकास कुमार के द्वारा इस मामले में करीब तीन दर्जन एसएसबी जवानों तथा बाहरी लोगों से पूछताछ की जा चुकी है। कैंप तथा शव बरामदगी स्थल सहित अन्य जगहों से लिये गये साक्ष्य फोरेंसिक जांच हेतु पटना भेजा जा चुका है। जिसकी रिपोर्ट आने का पुलिस इंतजार कर रही है। उत्तराखंड के अलमोड़ा के रहने वाले एसएसबी जवान ललित मोहन जिना के परिजनों से भी बथनाहा ओपी प्रभारी सुबोध कुमार राय ने पूछताछ की है।
पुलिस के लिये हत्यारे ने सबसे बड़ी चुनौती कई कृत्रिम परिस्थितियां पैदा कर की है। ऐसा शातिराना अंदाज में ललित की हत्या को रात के अंधेरे में उलझाने का प्रयास किया है। पुलिस के सामने जांच के कई बिन्दु हैं जहां फूंक-फूंक कर कदम रखने होंगे। मसलन हत्या का महिला जवान सुरेखा और उसके पति सचिन से क्या संबंध है। कहीं कैंप की भीतर रात को जवानों के बीच अनबन तो नहीं हुई थी, या फिर ललित की कथित हत्या किसी अनचाहे अनहोनी अथवा गलत फहमी के कारण तो नही हुआ। लेकिन हत्यारों तक पुलिस का शिकंजा जल्द ही पहुंचने वाला है।
0 comments:
Post a Comment