Thursday, February 16, 2012

नगर निकाय चुनाव की आहट तेज, सक्रिय हुए प्रत्याशी


अररिया : एक बार फिर आया चुनाव। पर यह चुनाव से ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को दिलचस्पी नही है। दरअसल नगर निकाय चुनाव के पांच वर्ष पूरे हो रहे है। राज्य निर्वाचन आयोग ने तो कई माह पूर्व ही निकाय चुनाव की तिथि 16 मई को निर्धारित कर दिया है। चुनाव को लेकर आयोग ने 16 या 17 अप्रैल को अधिसूचना जारी होने की संभावना जतायी है।
डेट फिक्स होने के साथ हीं वार्ड पार्षदों के चेहरे काले पड़ने लगे हैं। क्योंकि अब उन्हें ऐश आराम व नगर परिषद कार्यालय छोड़कर वोटरों के बीच अधिकांश समय गुजारना पड़ रहा है। वर्तमान के पार्षद लाल, पीला कार्ड, वृद्धा पेंशन बनाने के साथ-साथ वार्ड में सड़क व नाला निर्माण की दुहाई देकर इस बार भी ख्याल रखने की बात वोटरों से कह रहे हैं। जबकि पिछले चुनाव के पराजित प्रत्याशियों के द्वारा इस बार गलती न दुहराने की बात कही जा रही है। यूं तो चुनाव के तीन माह बांकी है, परंतु संभावित प्रत्याशियों के द्वारा वोटरों को लुभाने के लिए अभी से शराब की बोतलें खोल दी गई है।
अररिया नगर परिषद क्षेत्र में तकरीबन 75 हजार की आबादी है। यहां पर 29 वार्ड हैं। चुनाव पिछले आरक्षण स्थिति पर होना है। लिहाजा जो वार्ड की सीट पिछले चुनाव में सुरक्षित या अनारक्षित थी वहीं सिस्टम इस बार भी रहेगा। वर्ष 2007 के निकाय चुनाव में तकरीबन यहां 29 वार्डो से 300 उम्मीदवार मैदान में थे। पर इस बार लोभ व लालच के कारण संख्या 400 के पार पहुंचने की उम्मीद है।
इन पांच वर्षो में अररिया नगर परिषद द्वारा शहर सौंदर्यीकरण की दिशा में कुछ खास नहीं हुआ। अस्पताल के निकट आईडीएसएमटी योजना के तहत बनाया गया मार्केट कांपलेक्स आज भी आवंटित नही हो पाया। इन पांच वर्षो में भेपर लाइट खरीद माले में गबन का मामला उजागर हुआ। यही नही वित्तीय वर्ष 2011-12 के लिए हुये बस पड़ाव बंदोबस्ती में वित्तीय अनियमितता उजागर हुआ। साथ हीं आज भी नप के तत्कालीन कार्यपालक पदाधिकारी पर जांच की तलवार लटक रही है। आरएस में सामुदायिक भवन की राशि तीन वर्ष पूर्व ही निर्गत की गई पर भवन का कहीं पता नही। इसी पांच वर्ष के दौरान अररिया नप से जुड़ा तीन मामला हाईकोर्ट में दायर हुआ। शहर के भेपर आज भी बिना स्वीच के सूर्य की रौशनी में भी बेधड़क जलता है, पर तीन स्थलों पर लगा हाईमास्ट लाइट इन पांच वर्ष में मरम्मत नही हो पाया। सिर्फ यही नही चांदनी चौक से काली मंदिर चौक तक सड़क पर स्ट्रीट लाइट के सभी भेपर ठीक कराने के नाम पर खोले तो गये पर आज तक लगाये नही गये।
कुल मिलाकर चुनाव की घड़ी धीरे-धीरे नजदीक आ रही है। शहर के लिए इंतजार में बैठे हैं।

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