अररिया : समाहरणालय स्थित आत्मन कक्ष में बुधवार को धान अधिप्राप्ति की समीक्षा बैठक में एक बार फिर राज्य खाद्य निगम के जिला प्रबंधक को कड़ी फटकार सुनने को मिली। बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिला पदाधिकारी एम. सरवणन ने जिला प्रबंधक को खरी खोटी सुनाई। डीएम ने कहा कि नौकरी प्यारी है तो डिफाउल्टर मिलरों पर कानूनी कार्रवाई करें अन्यथा आपकी छुट्टी तय है। दरअसल जिला प्रबंधक, एसडीओ एवं परिवहन अभिकर्ता ने एक स्वर से फारबिसगंज के एक मिलर मूलचंद गोलछा पर एसएफसी से धान लेने में अनाकानी करने का आरोप लगाया था। हालांकि बैठक में विलंब से पहुंचे मिलर मूलचंद गोलछा ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि एसएफसी द्वारा मिल को साफ सुथरा धान नही दिया जा रहा है, इस कारण घाटा होने की संभावना है। बैठक के दौरान डीएम एम. सरवणन ने तल्ख तेवर में कहा कि राज्य में सुशासन की सरकार है। धान अधिप्राप्ति प्रक्रिया में बाधा डालने वालों पर सख्त कार्रवाई की जायेगी। श्री सरवणन ने कहा कि एसएफसी से एग्रीमेंट कर धान नही लेने वाले मिलर्स पर प्राथमिकी दर्ज की जायेगी। उन्होंने मिलरों से कहा कि आपकी समस्याओं को दूर करना प्रशासन का दायित्व है, पर कोताही बर्दास्त नही होगी। वहीं अररिया एसडीओ डा. विनोद कुमार ने कहा कि मिलरों के धान लेने की प्रक्रिया से स्पष्ट है कि एक वर्ष तक धान अधिप्राप्ति का कार्य चलता रहेगा। उन्होंने सबों को अभियान के रूप में कार्य करने के लिए सहयोग मांगा। डीएम श्री सरवणन ने दोनों एसडीओ को सभी मिल जाकर भौतिक सत्यापन करने का निर्देश दिया। इस अवसर पर एसडीओ डा. विनोद कुमार, जीडी सिंह, डीएसओ कैयूम अंसारी, डीसीओ संजय मंडल, जिला प्रबंधक आरबी प्रसाद, वरीय उप समाहत्र्ता बुद्ध प्रकाश, मीलर मांगीलाल गोलछा व अन्य मौजूद थे।
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