Saturday, February 18, 2012

अशिक्षा बिहार की तरक्की में बाधक- मुफ्ती उस्मानी


फारबिसगंज (अररिया) : बिहार खासकर सीमांचल क्षेत्र में शिक्षा एवं इसके प्रति लोगों को जागरूक बनाने के लिए वे एवं उनकी संस्था जमाए तुल कासिम दारूल उलूम-ईल-ईस्लामिया, मधुबनी विगत दस वर्षों से जागरूकता अभियान और अन्य कार्यक्रम चला रहे हैं। उसी कड़ी में आगामी 24 और 25 फरवरी को मधुबनी में कंम्पीटिशन आफ कुरान-ए-करीम का दो दिवसीय आयोजन किया गया है। जमाय-तुल कासिम दारूल उलूम-ईल-ईस्लामिया, मधुबनी, सुपौल के संस्थापक और निदेशक मुफ्ती महफुजुर रहमान उस्मानी ने शनिवार को यहां एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें कई मरतबा विदेश यात्रा का मौका मिला तो पाया कि विदेशों में बिहारी काफी मेहनत और तरक्की कर रहे हैं तथा खुशहाल हैं। लेकिन दुख इस बात का है कि उन्हें बिहार एवं बिहारियों के विकास से कोई वास्ता नहीं है। जबकि दशकों से विदेश में रहने वाले गुजराती आज भी गुजरात की गलियों की सुधि लेते रहते हैं।
मुफ्ती साहब ने बताया कि मधुबनी में होने वाले दो दिवसीय कान्वेंनशन में शिक्षा के साथ उक्त मुद्दों पर भी बाहर से आने वाले विद्वानों द्वारा चर्चा की जायेगी। कहा कि इस में तकरीबन 600 मदारिस के अलावा प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री शाहिद अली खान, जामिया नई दिल्ली के प्रो. अख्तरूल वासे, इंगलैंड के मुफ्ती सिराज अहमद, गुजरात के मुफ्ती अब्दुला मजाहिरी, अलीगढ़ के डा. जाहिद अली खान, आसाम के सांसद बद्रुद्दीन अजमल, देवबंद से मौलाना इसलाम, मुफ्ती अरसद फारूकी आदि के अलावा मारिशॉस एवं बोत्सवाना (अफ्रीका) के विद्वान भी शिरकत करेंगे। जबकि कार्यक्रमों की अध्यक्षता जामिया इस्लामिया ईशातुल उलूम, अकल कुश के संस्थापक जनाब मौलाना गुलाम मोहम्मद वस्तानवी करेंगे।
प्रेस वार्ता में जामिया मोहम्मदिया, जामनगर, गुजरात के प्रो. मौलाना मुफ्ती, मो. असलम, जमाएतुल कासिम के सीमांचल देवलेवमेंट फ्रंट के महासचिव शाहजहां शाद आदि भी उपस्थित थे।

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