अररिया : डीएम द्वारा अररिया बीआरसी का सोमवार को निरीक्षण और फिर उसी दिन डीईओ द्वारा रानीगंज बीआरसी का निरीक्षण किया गया। इस औचक कार्रवाई से दोनों बीआरसी में चल रहे बोधि संवाद प्रशिक्षण की असलियत सामने आ गई। जोकीहाट बीआरसी में भी एसएसए डीपीओ ने दो दिन पूर्व जांच की थी। तीनों जगहों से प्रशिक्षण के नाम पर खानापूर्ति करने का मामला उजागर हुआ।
बोधि संवाद प्रशिक्षण कार्यक्रम के नाम पर बीआरसी में कहीं इससे पहले लाखों की राशि का गबन तो नही कर लिया गया था? यह सवाल रानीगंज व अररिया के निरीक्षण रिपोर्ट से उठने लगा है। हालांकि सर्वशिक्षा अभियान के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी विद्यानंद ठाकुर ने सरकारी राशि गबन करने की बात को नकारा है। श्री ठाकुर ने कहा कि रात्रि में महिला शिक्षक प्रशिक्षण से चली जाती है। परंतु श्री ठाकुर के जवाब के विपरीत डीएम एम. सरवणन ने तो सोमवार को सुबह ग्यारह बजे अररिया बीआरसी में शिक्षकों को गायब पाया था। रानीगंज में बीईओ, तीन बीआरपी तथा 38 प्रशिक्षु शिक्षक पर डीईओ ने पहले ही गाज गिरा दी है। अब इधर डीएम एम. सरवणन ने पूरे मामले की रिपोर्ट डीईओ से मांगी है। डीएम के निर्देश पर डीपीओ श्री ठाकुर ने अररिया बीआरसी मामले की जांच रिपोर्ट डीएम को सौंप दी है। गुरुवार को डीएम श्री सरवणन ने बताया कि डीपीओ ने बीईओ समेत अनुपस्थित सभी शिक्षकों पर कार्रवाई की अनुपस्थित सभी शिक्षकों पर कार्रवाई की अनुशंसा की है। डीएम ने कहा कि प्राप्त जांच रिपोर्ट के आधार पर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करने का निर्देश डीईओ को दिया गया है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अनवरत जारी बोधि संवाद प्रशिक्षण की मानीटरिंग इससे पहले कभी नहीं की जाती थी। जांच का सिलसिला डीएम के द्वारा शुरू किया गया तो शिक्षा विभाग की कुंभकर्णी निद्रा टूट गयी। डीपीओ श्री ठाकुर की माने तो उन्होंने इसी मामले में जोकीहाट बीईओ व बीआरपी से स्पष्टीकरण भी पूछा है। श्री ठाकुर ने बताया कि उनके द्वारा दो-तीन दिनों से लगातार प्रशिक्षण का मुआयना किया जा रहा है।
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