Saturday, February 18, 2012

जरूरी .. भक्ति सागर में डुबकी लगाने से मिलेगी शांति


जोगबनी(अररिया) : आज आम लोगों की जिंदगी से शांति, सुख व खुशियां गौण हो गई है, क्योंकि आध्यात्मिक व अनादि शक्ति जो परम पिता परमात्मा है उससे संपर्क टूट सा गया। इसलिए हम उनसे जुड़ें और जब जुड़ेंगे तो हमें वरदान स्वरूप वह सब मिलेगा जिसके लिए हमारा मन बेचैन है।
ये बातें शुक्रवार को प्रजापति ब्रह्मा कुमारी राज योग गीता पाठशाला द्वारा जोगबनी में आयोजित महाशिवरात्रि के अवसर पर 76वां शिव अवतरण महोत्सव में भागलपुर की ब्रह्मा कुमारी अनिता दीदी ने अपने प्रवचन में कहा। उन्होंने कहा कि ईश्वर ज्ञान व प्रेम का सागर है, लेकिन हमारे मन के भटकाव के कारण हम इस सागर में डुबकी नहीं लगा पाते हैं। आप इस सागर में डूबकी तो लगाओ ईश्वर तुम्हे शांति देगा। क्योंकि हम सभी परमात्मा के संतान हैं और परमात्मा शिव कभी अपने संतान को दुखी नहीं देख सकता।
कार्यक्रम के पूर्व प्रजापति ब्रह्मा कुमारी योग पाठशाला द्वारा नगर में प्रभातफेरी, कलशयात्रा व झांकी निकाल शहर के मुख्य मार्ग से स्टेशन रोड की परिक्रमा किया। तत्पश्चात समाजसेवी कमल तापड़िया द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरूआत की गयी। मौके पर बच्चों द्वारा कई कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए। अन्य वक्ताओं ने संस्था के ज्ञान, योग, सेवा व धारण उद्देश्य का विस्तृत वर्णन करते हुए कहा कि सिर्फ अररिया में 36 गीता पाठशाला चल रहा है। मौके पर कटिहार की सुनीता बहन, अररिया की उर्मिला, मिताली दास, रामेश्वर चौधरी, लखन लाल जी, डॉ. सुमन जी, गोविंद साह, राजू साह, श्यामसुंदर शर्मा, जितेन्द्र राय एवं विजय पंडित आदि मौजूद थे।

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